स्वच्छ हिमालय, फिटनेस और साइकिलिंग को बढ़ावा देने हेतु का है उद्देश्य
बामणी गांव बदरीनाथ के सोमेश पंवार ने अकेले तय किया 4033 किलोमीटर का सफर
उत्तराखंड के बामणी गांव बदरीनाथ, पांडुकेश्वर के एक जांबाज बेटे ने लोगों को जागरुक करने के लिए एक मिसाल पेश की है। स्वछ हिमालय, प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के युवाओं को फिटनेस मंत्र साइक्लिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ साईकल यात्रा भारत के आखिरी गांव माणा से कन्याकुमारी तक का सफर पूरा कर लिया है। 26 वर्षीय सोमेश पंवार ने माणा से कन्याकुमारी तक लगभग 4033 किलोमीटर की दूरी साइकल से अकेले ही 47 दिनों में तय की है।
पंवार ने एक नवम्बर रविवार को अंतिम गांव माणा से अपनी यात्रा शुरू की थी। बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल ने सोमेश को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि-
मत्तः परतरं नान्यत्किञ्चिदस्ति धनञ्जय ।।
मयि सर्वमिदं प्रोतं सूत्रे मणिगणा इव ।।
भगवान गीता में कहा है सारा संसार एक सूत्र में मैंने बांधा हुआ है, जिसका प्रमाण आज सोमेश के कन्याकुमारी पहुंचने पर दिखाई देता है, क्योंकि एक बदरीनाथ जी ही हैं, जिनके कारण हम सब लोग आपस में जुड़े हुए हैं और सोमेश का माणा से कन्याकुमारी तक का अभियान सफल हुआ है। इसका सारा श्रेय सूत्रधार बदरीनाथ जी को जाता है। उन्होंने जगह-जगह अपने माध्यम से लोगों को सोमेश तक पहुंचाया और सभी भक्त श्री बदरीनाथ जी के नाम से सोमेश से गांव-गांव, नगर नगर मिलने पहुंचे।
सोमेश ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें बड़ी प्रसन्नता हो रही है कि उनका सोशल मीडिया पर सभी लोगों से जुड़ना सार्थक हो गया है।