थराली से हरेंद्र बिष्ट।
जिलें के जंगलों में तेजी के साथ फैल रही वनाग्नि को रोकने के लिए बद्रीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर के प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह ने ग्रामीणों से जरूरी सावधानी बरतें की अपील की हैं।
बद्रीनाथ के डीएफओ ने बताया कि प्रभाग के अंतर्गत पिछले कुछ दिनों से वनाग्नि की घटनाएं बढ़ी हैं, जोकि बेहद चिंताजनक हैं। कहां कि वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग के रेंज कार्यालयों के साथ ही सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जरूरी निर्देश जारी किए गए हैं।वनाग्नि की स्थिति में वन सुरक्षा कर्मी चौबीसों घंटे तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से संज्ञान में आया हैं कि जंगलों में लगने वाली दवानल की घटनाएं मानवीय भूलों के कारण घटित हुई हैं जिससे काफी बड़े वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। बताया कि इन दिनों खेती का बड़े स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जारी हैं।
कास्तकार पारंपरिक तरीके से खेतों के मुंडेरों में उगे घास,झाड़ी, झंकारों को इकट्ठा कर इसी महीने जलाते हैं।इन (एणीयों) झाड़ी-झंकारों के ढ़ेरों को आग लगा रहें हैं। जिससे कई बार इससे निकलने वाली चिंगारियों से जंगलों में आग लगने की वारदातें हो रही हैं। कहा कि अन्य वर्षों समय-समय पर बारिश होने के कारण नमी बनी रहती थी तो खेतों में इकट्ठा कूड़े को जलाने का प्रभाव जंगलों पर नही पड़ता था किन्तु इस साल लंबे समय से बारिश नही होने के कारण सूखे की सी स्थिति बनी हुई हैं, जंगलों में आद्र्रता नही के बराबर हैं तों छोटी सी चिंगारी भी बड़ा रूप बन रही हैं।
बताया कि सोमवार को नारायणबगड़ विकासखंड के रेस गांव में भी खेती की एणीए के कारण ही दवानल की घटना घटी हैं और उसमें ग्रामीणों को नुकसान पहुंचा है। डीएफओ सिंह ने खेतों में एणीओं में आग ना लगाने की अपील की हैं।