फोटो.कोविड वैक्सिन कार्यो की समीक्षा करती डी एम।
प्रकाश कपरूवाण
चमोली। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्लेक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए कोविड वैक्सिनेशन कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने निर्धारित तिथि तक सभी फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान नेशनल डिवार्मिंग डे को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए।
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को आईटीबीपी और पुलिस के जवानों का टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि सीमांत क्षेत्र मलारी में आईटीबीपी के जवानों का टीकाकरण हेतु स्डयूल तैयार करें। जवानों का टीकाकरण हेतु स्वास्थ्य विभाग को आवश्यकता के अनुसार वाहनों की सुविधा भी मुहैया करायी जाएगी। कहा कि सीमांत क्षेत्र मलारी में टीकाकरण के दौरान कोई एडवर्स रिएक्शन परिलक्षित होता है तो उस स्थिति से निपटने के लिए हैली को भी स्टैडवाय में रखा जाएगा।
जिलाधिकारी ने पुलिस, होमगार्ड एवं अन्य विभागों के सभी फंटलाइन वर्कर का भी टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि डुप्लीकेट डेटा हटाते हुए पुलिस जवानों की सही सूची तत्काल उपलब्ध करें। ताकि छूटे हुए जवानों का प्राथमिकता पर टीकाकरण किया जा सके। उन्होंने बताया कि कुंभ मेले में ड्यूटी पर गए जवानों का वही पर टीकाकरण किया जाएगा। इस दौरान अन्य विभागीय अधिकारियों को भी स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करते हुए विभागों में छूटे हुए फंटलाइन वर्कर का टीकाकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
एसीएमओ डा0 उमा रावत ने बताया कि हेल्थ वर्कर के वैक्सिनेशन में चमोली जनपद पूरे राज्य में पहले स्थान पर रहा है। चमोली जनपद में 90ण्8 प्रतिशत हेल्थ वर्कर को पहली डोज लगाई जा चुकी है और 23 प्रतिशत हेल्थ वर्कर को टीके की दूसरी डोज भी दी गई है। वही फंटलाइन वर्कर के वैक्सीनेशन की जानकारी देते हुए बताया कि अगामी 01 मार्च तक सभी फंटलाइन वर्कर का टीकाकरण किया जाना है अभी तक जिले में 51 प्रतिशत फंटलाइन वर्कर को टीकाकरण हो चुका है। बताया कि अधिकतर आईटीबीपी और पुलिस के जवान अभी छूटे है जिनके टीकाकरण हेतु तिथि निर्धारित की गई है। नगर निकायों में 70ण्8 प्रतिशत तथा राजस्व विभाग में 77 प्रतिशत तथा पंचायती राज में 57ण्5 प्रतिशत फ्रंटलाइन वर्कर को पहली डोज दी जा चुकी है।
वही दूसरी ओर 01 से 06 मार्च तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के सफल संपादन को लेकर भी जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को नेशनल डिवार्मिंग डे की सभी आवश्यक व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा कि आशाओं को दवा खिलाने संबधी पूरी गाइड लाइन के साथ आवश्यक प्रशिक्षण भी देना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कृमि नियंत्रण कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार कर जन समुदाय को बच्चों के स्वास्थ्य पर कृमि संक्रमण से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे भी लोगों को जागरूक करने को कहा।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के मैनेजर अनूप थपलियाल ने बताया कि जिले में एक से 19 वर्ष तक के 110138 बच्चों को कृमि मुक्ति दवा एल्बेंडाजाॅल की गोली खिलायी जाएगी। आशा कार्यकत्री अपने क्षेत्रों घर.घर जाकर बच्चों को एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाएंगी। इसके लिए सभी ब्लाकों में दवा भेजी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 1 से 2 साल तक के बच्चों को एल्बेंडाजाॅल की आधी गोली चूरा कर पीने के पानी के साथ दी जाएगी, जबकि 2 से 19 साल तक के बच्चों को पूरी गोली चबाकर खाने के लिए दी जाएगी। बताया कि बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, कमजोरी, पेटदर्द, भूख न लगना, थकान, वजल में कमी आदि कृमि संक्रमण के लक्षण है तथा एल्बेंडाजाॅल एक कृमि नाशक दवा है, जिसका कोई साइड इफेक्ट नही और बहुत फायदेमंद है।
इस अवसर पर एसीएमओ डा0 उमा रावत, सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी रचना, वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर महेश देवराडी, डीपीओ संदीप कुमार, डीडीएमओ एनके जोशी, डीपीआरओ आरएस गुंजयाल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।