पुरोला।…पुल निमार्ण व बाढ़ सुरक्षा के नाम पर कमल नदी में बेधड़क चल रहा है खनन।…एनजीटी के मानकों को धता बताकर पुल निर्माण के लिए कमल नदी को ही बना दिया गया खनन की खान।
… बजरी व पत्थर इकठ्ठा कर, नदी की प्राकृतिक सौंदर्यता को ही किया जा रहा है समाप्त।..बड़े.बड़े पत्थरों को मशीनों से तोड़कर आपदा को दिया जा रहा है न्योता।
पुरोला विकासखण्ड के अंतर्गत कमलनदी पर नेत्री गांव के लिए बन रहे मोटर ब्रिज व बाढ सुरक्षा कार्य के नाम पर नेत्री, स्वील व हुडोली के पास नदी में अंधाधुंध खनन कर राष्ट्रीय ग्रीन ट्रीब्यूनल के नियमो की धज्जियां उडाई जा रही है।
गजब तो तब हो गया जब प्रशासन की नाक के ही नीचे नौगांव से पुरोला कमल नदी में दिन रात जेसीबी व पोकलैंड मशीनों से मानकों की खूले आम धज्जियां उड़ाते हुए पत्थर, बजरी का खनन प्रशासन की नाक के नीचे ही धडल्ले से जारी है।
तहसील मुख्यालय से महज 3 किमी0 की दूरी पर पुरोला नौगांव मोटर मार्ग से चन्देली से नेत्री सड़क मार्ग के लिए कमल नदी पर गाडर पुल का निर्माण कार्य व स्वीलएठडूंगगांव के नीचे कमल नदी के दोनों ओर बाढ सुरक्षा कार्य निमार्ण के नाम पर ठेकेदार एनजीटी मानकों की धज्जियां उड़ाकर निर्माण के नाम पर जेसीबी व पोकलैंड से रात दिन पत्थर व बजरी नदी से ही खनन कर रहे हैं। साथ ही नदी के प्राकृतिक मुहाने का ही रुख बदल कर नदी को ही पत्थर.बजरी की खान में तब्दील कर दिया गया।
जिससे नदी के दोनों ओर प्राकृतिक झाड़ियों के साथ ही दोनों तरफ सदियों से खेतों की सुरक्षा कर रहे बड़े बड़े प्राकृतिक पत्थर तोड़ कर नष्ट किये जा रहे है जिसके चलते बरसात में बाढ.आपदा जैसी घटना को न्योता दिया जा रहा है।
उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी…नेत्री के पास कमल नदी में गाडर पुल निमार्ण व कई जगहों पर बाढ़ सुरक्षा निर्माण कार्य चल रहा है जिसमे जेसीबी व पोकलैंड मंशीनों से पत्थर बजरी के अबैध खनन की शिकायत मिली है जिसके लिए स्थलीय निरीक्षण किया गया एलएनटी को सीज करने की कार्यवाही की जा रही है।