बेतालघाटः सुबह सड़क किनारे जंगल में बेहोश पड़ी मिली बालिका
हल्द्वानी। सुदूरवतीॅ बेतालघाट क्षेत्र से नाबालिक के अपहरण का मामला सामने आया है। गंभीर हालत में उसे जंगल में फेंक दिया गया। बालिका के साथ सामूहिक दुराचार की भी आशंका जताई जा रही है। गंभीर हालत में बालिका को आपातकालीन 108 सेवा के जरिये बेतालघाट स्थित सीएचसी में प्राथमिक उपचार के लिए ले जाया गया, जहाँ से उसे हायर सेण्टर रेफर किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक बेतालघाट के सुदूर दाडिमा गांव में बुधवार देर शाम पास के ही तल्ला गांव के तीन युवक, नाबालिक के घर पर आ धमके और बालिका को जबरन घर से उठा ले गए, घर के सदस्य बालिका को ढूढ़ने निकले, लेकिन उसके घर और आस पास पर ना होने से परिजनों को अप्रिय घटना की आशंका हुई। उन्होंने इस मामले की सूचना गांव में दी। जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से बालिका को रात भर खोजबीन की गई। उसका कुछ पता नहीं चल सका।
गुरुवार तडके पास के गांव से बेतालघाट को जा रहे कुछ लोगों ने एक बालिका को सड़क किनारे जंगल की ओर पड़ा देखा। सूचना दाडिमा गांव में दी गई। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर बालिका की पहचान की। आपातकालीन 108 सेवा को सूचना दी गई। वहीं थाना पुलिस बेतालघाट व राजस्व पुलिस को भी सूचना भिजवाई गई। बदहवास हालत में बालिका को आपातकालीन 108 सेवा से सीएचसी बेतालघाट ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
परिजनों के अनुसार बदहवास हालत में बेटी को सड़क किनारे फेंक दिया गया, जब बेटी कुछ होश में आई तो उसने बताया कि तल्ला गांव के तीन युवक उसे रात घर से उठा ले गए। कुछ भी बताने पर उसे व उसके पिता को जान से मारने की धमकी दी गई है। पिता के अनुसार बालिका अभी कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। वह काफी डरी हुई है, बालिका के साथ सामूहिक दुराचार की भी आशंका है। गांव में हुई घटना से ग्रामीण भी स्तब्ध हैं। घटना को अंजाम देने वाले युवक प्रवासी हैं, लॉकडाउन के दौरान बाहरी क्षेत्रें से घर पहुंचे हैं। थाना बेतालघाट के थानाध्यक्ष प्रेम विश्वकर्मा टीम के साथ ही राजस्व उपनिरीक्षक प्रवीण हंयाकी भी मोके पर पहुंचे और परिजनों के बयान दर्ज किए। राजस्व उपनिरीक्षक के अनुसार मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।