उत्तराखंड के शहर टनकपुर के रहने वाले फ़िल्म निर्देशक और लेखक विकाश राज सक्सेना की डेब्यू फिल्म ज़िन्दगी ए शार्ट फ़िल्म को साइनसिने फ़िल्म फेस्टिवल 2020 में शार्ट फ़िल्म वर्ग में आधिकारिक तौर पर चयनित कर लिया गया है। यह खबर सुनकर परिवार ने विकाश की कामयाबी पर खुशी जाहिर की है। आपको बता दें, इस फ़िल्म फेस्टिवल में करीब 25 देशों से लगभग 140 शार्ट फिल्मों की प्रविष्ठि प्राप्ति हुई, जिसमें 60 शार्ट फिल्मों को हरी झंडी देकर आधिकारिक तौर पर चयनित कर लिया गया है। चयनित 60 श्रेष्ठ शार्ट फिल्मों में शॉर्ट फ़िल्म ज़िन्दगी को हिंदी भाषा के साथ भारत से चयन हुआ है।
फ़िल्म ज़िन्दगी युवा पीढ़ी पर केंद्रित है। युवाओं का स्वयं के अस्त्तिव को खोजने जैसे विषय पर आधारित है ये फ़िल्म। फ़िल्म की कहानी देश के उन सभी युवाओं पर आधारित है जो अपनी जवानी में में ही अपना मानसिक संतुलन खो देते है। ज़िम्मेदारियों और अपने सपनों के भंवर में फंसकर न जाने कैसे.कैसे गलत कदम उठा लेते हैं लेकिन ज़िन्दगी की हकीकत से रूबरू नहीं हो पाते। फ़िल्म के लेखक और निर्देशक विकाश राज सक्सेना कहते हैं कि ष्आज के युवा को ज़रूरत है खुद के हुनर को पहचानने की। आज का युवा खुद इतना मजबूत है कि वह अपनी मंजिल तक का रास्ता अपने मज़बूत इरादों और बुलंद हौंसलो से तय कर सकने के सामर्थ्य रखता है। फिर मानसिक संतुलन खो देने और आत्महत्या कर लेने जैसा अपराध क्योंघ् यह अपराध ही तो है अपने परिवार के बारे में एक पल के लिए यह नहीं सोचना की उन पर क्या बीतेगीघ् में उम्मीद करता हूँ कि मेरी इस फिल्म के उद्देश्य को युवा पीढ़ी समझेगी और में कोशिश करूँगा की मैं सिनेमा को समाज के सामने एक नए रूप में प्रस्तुत कर सकूँ।
फ़िल्म को कहानी बिहार के गया के रहने वाले लेखक नीतीश राज की पुस्तक लव इन मॉडर्न टाइम्स पर आधारित है। फ़िल्म के डायलॉग टनकपुर उत्तराखंड के रहने वाले लेखक दयाल ने लिखे हैं। आपको बता दें कि विकाश राज सक्सेना अपनी फिल्मों से समाज को एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने का सन्देश तो डें ही रहें हैं साथ ही साथ सिनेमा को लोगों के सामने लाने के ढंग से भी रूबरू हो रहे हैं।