एक होटल में काम करते-करते उत्तराखंड के प्रभात बिष्ट और रुस की एलेना को कब एक दूसरे से प्यार हो गया पता ही नही चला। दोनों ने जिंदगी भर साथ निभाने की कसम भी खाई लेकिन अपनी परम्परा से जुड़े होने की वजह से दोनों ने परिजनों की मंजूरी ली और उसके बाद मंदिर में व्याह रचाया। दोनों की इस सादगी का हर कोई कायल हो गया।
ज्ञानसू (उत्तरकाशी) निवासी प्रभात बिष्ट की मुलाकात वर्ष 2016 में एलेना से हुई थी। तब दोनों दुबई के एक होटल में काम किया करते थे। इसी दौरान दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा। शादी से पहले एलेना भारतीय संस्कृति को जानने के लिए दो बार भारत आईं। यहां उसे भारतीय संस्कृति और यहां के रीति-रिवाज पसंद आए।
इसके बाद उसने सनातनी परंपरा के अनुसार ही शादी करने का फैसला कर लिया। बीती 12 अप्रैल को एलेना अपने माता-पिता और एक दोस्त के साथ उत्तरकाशी पहुंची। यहां शनिवार को दोनों परिवारों ने अलग-अलग स्थानों पर मेहंदी की रस्म अदा की। बैसाखी पर्व पर उत्तरकाशी के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में रूस की एलेना और प्रभात बिष्ट परिणय सूत्र में बंध गए।
दोनों का विवाह पहाड़ी रीति-रिवाजों के अनुसार संपन्न हुआ। सात फेरे लेने के बाद नवदंपती ने बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद भी लिया। शादी समारोह में प्रभात के परिजनों के साथ ही एलेना की मां वीरा वेलचावर, पिता एवजिनी वेलचावर व उसकी दोस्त ऐरिना एल्टीमोनिको समेत लगभग 50 लोग मौजूद थे।