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01-टनल से मलबा बाहर निकालता डंपर।
02- तपोवन बैराज व टनल साइट पर राहत एंव बचाव कार्यो की जानकारी लेते जनरल मेहल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। एनटीपीसी की 520मेगावाट की निर्माणाधीन परियोजना की टनल से 16वें दिन कोई शव नही निकाला जा सका। राहत एवं बचाव कर्मी 16दिन भी रहस्यमयी 180मीटर प्वाइंट तक पंहुचने की जददोजहद में लगे रहे। सुरंग से पानी व मलबा निकालने का काम जारी। सेना के एरिया कमांडर ने तपोवन व रैणी पंहुचकर राहत व बचाव कार्यो का जायजा लिया।
ऋषि गंगा त्रासदी के 16वे दिन भी टनल के अन्दर, वैराज साइट व रैणी मे शवो की तलाश का काम जारी रहा। 16वे दिन अब तक तपोवन व रैणी मे कोई शव नही मिल सका। इस बीच राहत एंव बचाव कर्मी 180मीटर प्वाइंट जहाॅ सात फरवरी के दिन 35मजदूर कार्य कर रहे थे, उन तक 16वे दिन भी नही पंहुचा जा सका। टनल से पानी व मलबा निकालने का कार्य निरंन्तर जारी है। 16 दिन सुरंग के अन्दर 180मीटर के आस-पास से सात से आठ डंपर मलबा जरूर निकाला गया। और राहत कर्मी 180मीटर टी प्वाइंट तक पंहुचने की जदोजहद मे जुटे हैं।
इस बीच सोमवार को सेना के एरिया कमांडर ले0जनरल एस0एस0मेहल ने तपोवन व रैणी साइट पर पंहुचकर राहत एवं बचाव कार्यो का जायजा लिया। तपोवन टनल के बाहर उन्होने पहले दिन से लगे सेना की नौ स्वतंत्र पर्वतीय ब्रिगेड के अधिकारियों, एनडीआरएफ व एनटीपीसी के अधिकारियों से विस्तार से जानकारी ली। व अब तक किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। तपोवन मे आपदा राहत कार्यो को जायजा लेने के बाद जनरल मेहल सीधे रैणी पंहुचे जहॅा उन्होने रैस्क्यू कार्या की जानकारी के साथ ही बीआरओ द्वारा रैणी ब्रिज लाॅच किए जाने की कार्य प्र्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया व आवश्यक जानकारी ली।