फोटो.आपदा पीड़ित विमला देवी को चैक सौंपते परियोजना प्रमुख आर पी अहिरवार।
प्रकाश कपरूवान
जोशीमठ। एनटीपीसी लिमिटेड ने 7 फरवरी को उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा में अपनी जान गंवाने वाले तपोवन श्रमिकों के परिवारों को मुआवजा जारी करना शुरू कर दिया है।
तपोवन बांध के आपदा में जान गवां चुके नरेंद्र खनेरा की पत्नी श्विमला देवी को 20 लाख रुपये का पहला चेक सौंपा गया। तपोवन परियोजना के प्रमुख आरपी अहिरवार के नेतृत्व में एनटीपीसी की एक टीम ने सोमवार को विमला देवी के घर जा कर संवेदना व्यक्त की।
एक ओर तपोवन टीम ने मुआवजे में तेजी लाने के लिए सभी प्रक्रियाओं को अपनाना शुरु कर दिया है, वहीं एनटीपीसी ने मृत श्रमिकों के परिवारों को राज्य सरकार द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार मुआवजा राशि देने का कार्य शुरू कर दिया है।
इस बीचए एनटीपीसी सहित कई एजेंसियों की तरफ से सुरंग में फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए समन्वय के साथ लगातार दसवें दिन भी साइट पर बचाव अभियान पूरे जोरों पर है।
एनटीपीसी की समर्पित टीमें बचाव दलों की सहायता करके समूचे बचाव अभियान का प्रबंधन कर रही हैं। कंपनी ने हाई एंड सबमर्सिबल स्लश रिमूवल पंपों सहित ऑपरेशन को तेज करने के लिए मशीनरी को एयरलिफ्ट किया है।
गौरतलब है कि तपोवन परियोजना अचानक आई बाढ़ के खिलाफ चट्टान की तरह अडिग खड़ी रही और प्रकृति के प्रकोप को कम करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। उल्लेखनीय है कि परियोजना के कारण बैराज ने कई गांवों को बह जाने से बचा लिया।
एनटीपीसी ने तपोवन स्थल पर प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने और प्रत्येक लापता श्रमिक के बारे में सभी आवश्यक जानकारी एकत्र करने के लिए एक कार्यबल की स्थापना की है। बचाव अभियान के लिए सभी आवश्यक मशीनरी वर्तमान में उपलब्ध हैंए जबकि किसी भी अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता को युद्धस्तर पर पूरा किया जा रहा है। बचाव प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए इसमें शामिल एजेंसियों के साथ रीयल टाइम जानकारी साझा की जा रही है।