
देहरादून। अशोक कुमार ने सोमवार को उत्तराखंड के नए डीजीपी का कार्यभार ग्रहण कर लिया है। 1989 बैच के आईपीएस अशोक कुमार प्रदेश के 11वें डीजीपी बने हैं। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होने पुलिस परिवार को लेकर संदेश दिया है।
पुलिस के अधिकृत सोशल मीडिया ट्वीटर व फेसबुक में जारी इस संदेश में उत्तराखंड पुलिस को नई ऊंचाईयों में ले जाने के लिए सभी से सहयोग देने की अपेक्षा की है। उन्होंने अपने संदेश में कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए हैं। नए डीजीपी ने कहा है कि उत्तराखंड पुलिस ने राज्य गठन के बाद अपनी विशिष्ठ पहचान बनाई है। याद दिलाया है कि पुलिस समाज का अभिन्न अंग है। ऐसी पुलिस व्यवस्था बनाए अपराधियों व असामाजिक तत्वों में पुलिस का डर हो। आम आदमी में पुलिस को देख कर खुशी का भाव हो। उन्होंने उत्तराखंड पुलिस को जनता के साथ मिलकर भयमुक्त समाज की परिकल्पना को पूरा करने को कहा है। ताकि आम व्यक्ति में पुलिस पर विश्वास बढे़। कहा कि पुलिस के मोटो मित्रता सेवा सुरक्षा को सही मायने में साकार करना होगा। उन्होंने अपनी बहुचर्चित पुस्तक खाकी में इंसान का जिक्र करते हुए इसके माध्यम से की गई अपेक्षा को भी साकार करने को कहा है।
उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी आज रिटायर हो गए हैं। उनकी जगह 1989 बैच के अधिकारी अशोक कुमार ने चार्ज संभाला है। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने नए डीजीपी अशोक कुमार को पुलिस बैटन सौंपी। आईपीएस अशोक कुमार उत्तराखंड के 11वें डीजीपी बने हैं। इससे पहले पुलिस लाइन में राज्य के 10वें डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी की विदाई में परेड का आयोजन किया गया। पुलिस लाइन में सुबह करीब नौ बजे से परेड की शुरुआत की गई । इसके लिए पुलिस लाइन में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई। डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी को डीजी अशोक कुमार ने पुलिस लाइन में रिसीव किया। इसके बाद भव्य विदाई परेड आयोजित की गई। डीजीपी अनिल रतूड़ी के पुलिस मुखिया के तौर पर तीन साल से अधिक का कार्यकाल रहा है। आज सेवानिवृत्त होने के दिन उनकी तीन साल की उपलब्धियों को बताया गया।