• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar

आखिर बिहार चुनाव में बन ही गया भारतीय भाषाई अस्मिता चुनाव में मुद्दा

28/10/20
in दुनिया, संस्कृति, साहित्य
Reading Time: 1min read
0
SHARES
173
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

रविंद्र धामी
देश भर के भारतीय संस्कृति की वाहक भारतीय भाषाई अस्मिता के समर्थक, राष्ट्रभक्तों को प्रणाम। आज 25 साल बाद वह दिन आ ही गया जब चुनाव में पहली बार बिहार में मातृभाषाओं को अँग्रेजियत के षड़यंत्र से आजादी के लिए तकनीकी शिक्षा मातृभाषा में कराने का मुद्दा चुनावी घोषणा पत्र में शामिल हुआ। अभी तो भाजपा आगे आई है, इससे उम्मीद बढ़ गई है कि अन्य दल भी मातृभाषा में डॉक्टर, इंजीनियरिंग की पढ़ाई आदि को घोषणा पत्र में शामिल करने को आगे आएंगे।
आपके इस अपने को भारतीय भाषा संरक्षण संगठन में तब अपनों ने सचिव का जिम्मा दिया था तो तब के संघर्ष के निर्णयों के प्रति भी आपके समक्ष रखना मेरी जिम्मेदारी है जिससे तब की राजनीतिक दलों के भाषाई अस्मिता के समर्थकों को याद..आज यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि 1991 से 1996 के बीच भारतीय भाषाई अस्मिता के संघर्ष में यह मांग उठाई थी कि सभी राजनीतिक दल मानसिक आजादी के लिए भारतीय भाषाओं यानी मातृभाषाओं को उनका हक दिलाने का मुद्दा अपने घोषणा पत्र में शामिल करें। 12 मई 1994 को पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की अगुवाई में पूरे विपक्ष ने भारतीय भाषाई अस्मिता के समर्थक प्रमुख नेता, सांसद आदि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में अँग्रेजी की अनिवार्यता समाप्त कर सभी भारतीय भाषाओं यानि मातृभाषा में करने व संसद में दो बार पारित संसदीय संकल्प को लागू कराने पर एकजुट हुए तो अँग्रेजियत की जड़े हिल गई।
अगले वर्ष धरने के एक वर्ष पूरे होने पर जब दुबारा 12 मई 1995 को सत्याग्रह स्थल पर एकत्र तो तब भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी आदि राजनीतिक दलों के प्रमुख लोगों के समक्ष इस मुद्दे को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने की मांग उठाई थी। उस दिन भाजपा नेता आडवाणी जी ने कहा था कि आजादी की आधी सदी बीतने के बाद भी स्वराज के लिए आंदोलन चलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सभी भारतीय भाषाओं का प्रश्न है, अंग्रेजी हटाने नहीं बल्कि अंग्रेजी का वर्चस्व हटाने का है। तत्कालीन देश के वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानन्द मिश्रा जी ने भाषा आंदोलन की ओर से कहा कि सभी राजनीतिक दल अपने चुनाव घोषणा पत्र में इस मुद्दे को शामिल करें। आपके इस अपने ने जल्द जंग में जल्द प्रथम चरण में ग्राम स्तर तक जनता को सीधे जोड़ने के लिए अभियान चलाने का एलान किया था। तब भाषा समर्थक तत्कालीन भाजपा सांसद बीएल शर्मा प्रेम, स्वामी अग्निवेश जी ने भी जनता पार्टी महासचिव अरविंद चतुर्वेदी, संगठन के पुष्पेन्द्र चौहान जी, समाचार एजेंसी भाषा के सम्पादक वेदप्रताप वैदिक समेत अनेक दलों के प्रमुख नेता, साहित्यकार, पत्रकारों ने संबोधित किया। उस दिन की देश के प्रमुख समाचार पत्र पत्रिका की रिपोर्ट। भाजपा ने बिहार विस चुनाव के घोषणा पत्र में मातृभाषा में मेडिकलए इंजीनियरिंग समेत अन्य तकनीकी शिक्षा को उपलब्ध कराने के मुद्दे को शामिल किया है। अब उम्मीद है कि अन्य दल भी आगे आएंगे..इससे मानसिक आजादी यानी भारतीय भाषाओं को उनका हक मिलेगा।

ShareSendTweet
Previous Post

मुख्यमंत्री ने पर्वतारोहियों को किया सम्मानित

Next Post

चालक की तकनीकी परीक्षा 1 से 7 नवंबर को झाझरा में

Related Posts

उत्तराखंड

पंजाब में चमोली के राजेश के उत्पीड़न के मामले का सीएम ने लिया संज्ञान

June 25, 2025
17
उत्तराखंड

डोईवाला: प्रबंध समिति की 6 सीटें निर्विरोध, चार सेटों पर होंगे चुनाव

June 25, 2025
92
उत्तराखंड

देहरादून: एसडीआरएफ सेनानायक ने लिया थाना जीआरपी हरिद्वार को गोद

June 25, 2025
35
उत्तराखंड

डोईवाला: खुद को पुलिस बताकर एक व्यक्ति से 900 रूपये छीनकर हुए फरार

June 25, 2025
54
उत्तराखंड

पंचायत चुनाव की सभी तैयारियों को त्रुटिरहित समय पर करें पूर्ण : जिला निर्वाचन अधिकारी

June 23, 2025
60
उत्तराखंड

एक प्रधान, एक विधान और एक निशान विचार के पुरोधा थे मुखर्जी : गैरोला

June 23, 2025
11

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

पंजाब में चमोली के राजेश के उत्पीड़न के मामले का सीएम ने लिया संज्ञान

June 25, 2025

अस्तित्व संस्था के 24 बच्चों ने दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र का भ्रमण किया

June 25, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.