फ़ोटो.मॉकड्रिल के दौरान केबल कार से सुरक्षित उतरते हुए।
प्रकाश कपरवान
जोशीमठ। रोप.वे ने किया रेस्क्यू मॉक ड्रिल। जोशीमठ-औली रोप वे पर अधिकारियों-कर्मचारियों ने कोरोना काल के बीच रेस्क्यू का मॉक ड्रिल कर किसी भी परिस्थिति में केबल कार से पर्यटकों को सुरक्षित उतारने का अभ्यास किया।
जोशीमठ.औली रोप वे दो केबल कार द्वारा संचालित है। एक केबल कार मे एक बार मे 25 लोग सवार हो सकते हैंं। केबल कार या रोप में किसी भी प्रकार की तकनीकी खराबी होने पर पर्यटकों को कैसे सुरक्षित उतारा जाय, इसे लेकर रोप वे द्वारा समय.समय पर रेस्क्यू मॉकड्रिल किया जाता रहा है। लेकिन कोरोना काल में रोप वे संचालन की अनुमति नहीं होने के कारण काफी समय बाद रेस्क्यू मॉकड्रिल किया गया।
रोप वे परियोजना के प्रबंध संचालक ई0दिनेश भट्ट के नेतृत्व में हुए इस मॉकड्रिल में कर्मचारी व अधिकारी करीब 110 से 150 फीट की ऊंचाई से सुरक्षित उतरे। श्री भट्ट के अनुसार कोरोना काल में रोप वे का संचालन एकदम बंद है और अब उम्मीद है कि कभी भी संचालन की अनुमति मिल सकती है। ऐसे में पूरी मशीनरी को चुस्त दुरुस्त रखने व किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए रेस्क्यू का अभ्यास किया गया। जो समय.समय पर किया जाता है। लेकिन कोरोना काल मे यह पहला रेस्क्यू मॉकड्रिल था।












