पुरोला। जिला पंचायत के कार्यों की चल रही जांच के समर्थन में आये जनप्रतिनिधि व आम नागरिक। कार्यों में अनियमितता की चल रही जांच को निष्पक्ष करवाने को उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा।
जिलापंचायत की योजनाओं को ग्रामसभा की खुली बैठक में अवगत करवाने की मांग की गई। जांच टीम के साथ जिलाध्यक्ष के लोगों के घूमने व जांच टीम को गुमराह करने का आरोप लगाया जा रहा है। पुरोला तहसील में बुधवार को कई संगठनों, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जिलापंचायत के कार्यो में हुए अनियमितता की हो रही जांच को निष्पक्ष करवाने व ग्राम पंचायत के अंतर्गत अन्य योजनाओं व मदों से हुए कार्यों का सही निर्धारण कर जांच करने को लेकर उपजाधिकारी सोहन सिंह सैनी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन में लिखा गया कि जिला पंचायत के माध्यम से करवाये गए कार्यो की जांच का जन-जन स्वागत करते हैं। क्योंकि जितने कार्यों की लिस्ट देखी गयी है, उसमें कोई भी योजना धरातल में नही है, यहां तक कि कई तोकों का तो नाम तक भी नही है, जिनको दिखाया गया है। ज्ञापन में जिला पंचायत के कार्यों में हुए अनियमित्ता को जनपद का दुर्भाग्य बताते हुए कहा कि गांवों में जांच टीम के साथ उनके कई लोग घूम रहे हैं व जांच टीम को गुमराह करने में लगे हैं। यह आरोप लगाते हुए ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि जांच निष्पक्ष हो और जांच टीम ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत तथा ग्रामीणों की खुली बैठक में संबंधित योजनाओं की पूछताछ की जानी चाहिए, ताकि ग्रामीण भी अवगत हो सकें व अन्य मदों से निर्मित योजनाओं का सही से निर्धारण हो व जिला पंचायत की योजनाओं को चिन्हिकृत किया जा सके, जिसमे जांच पारदर्शी हो सकेगी।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व प्रमुख लोकेंद्र रावत, कनिष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी, पूर्व जिलापंचायत रविन्द्र रावत, केंद्र सिंह, मोहब्बत सिंह, जयेन्द्र सिंह, शीशपाल, राजेन्द्र पंवार, सोबेन्द्र सिंह आदि दर्जनों लोग थे।