उत्तराखंड के ऋषिकेश का रहने वाला CRPF जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर की मौत से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। सीआरपीएफ की दिल्ली रेंज के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी। 15 दिन पहले छुट्टी लेकर घर आया रहे जवान का लापता होने के बाद पार्थिव शरीर ऋषिकेश पहुंचा । सोमवार को ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर में मौजूद मुक्ति धाम में बड़े भाई रविंद्र सिंह पुंडीर ने शहीद को मुखाग्नि दी।
बता दें कि त्रिपुरा में सीआरपीएफ में तैनात जवान जयेंद्र सिंह पुंडीर पुत्र विक्रम सिंह पुंडीर निवासी श्यामपुर मूल निवासी ग्राम सिलमोरी चंबा बीते 10 मार्च को होली की छुट्टी के लिए अपने साथियों के साथ चले थे।
11 मार्च को कलकत्ता तक साथ आने के बाद उनके साथी अलग चले गए। कलकत्ता पुलिस का शाम चार बजे उनके पिता के नंबर पर फोन आया। उन्होंने पिता की बात जयेंद्र से कराई। इसके बाद सवा चार बजे पिता ने जयेंद्र के नंबर पर फोन लगाया।
जयेंद्र ने पिता से दिमाग काम न करने की बात कही और फोन कट गया। जयेंद्र को किसी ने कुछ उन्होंने यह भी बताया कि जयेंद्र को किसी ने कुछ खिला दिया है और वो नशे की हालत में है। तभी से मोबाइल स्विच ऑफ जा रहा था।
पिता विक्रम सिंह ने कलकत्ता जाकर गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। पुलिस भी उनकी तलाश में जुट गई थी। तीन दिन पहले परिजनों को पता चला था कि जयेंद्र सिंह पुंडीर कोलकाता के हावड़ा ब्रिज के समीप सीआरपीएफ के कैंप में चिकित्सकों की देखरेख में है। लेकिन उसके बाद आई मनहूश खबर ने पुरे घर में मातम पसर गया।