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01-नीती घाटी के तमक में चटटान से लगातार हो रही पत्थरों की बारिश।
02-सडक खुलने के इंतजार में ग्रामीण ।
प्रकाश कप्रवान
जोशीमठ।
नीती घाटी का सडक संपर्क टूटने से हजारों लोग अवरूद्ध स्थल पर फॅसे हुए हैं। स्वाधीनता दिवस के एतिहासिक कार्यक्रम में सरीक होने के लिए देश के कोने-कोने से पंहुचे थे, नीती घाटी के लोग। सभी सुराईथोटा व तमक में फॅसे हैं। पत्थरों की हो रही बारिश के चलते श्रावण मास में टिम्मरसैण महादेव के दर्शनों से भी बंचित हो रहे हैं शिवभक्त।
नीती-मलारी व बडाहोती बार्डर को जोडने वाला एक मात्र सडक संपर्क मार्ग के सुराईथोटा से करीब आठ किमी आगे तमक में चट्टान से लगातार हो रहे पत्थरों की वर्षात के कारण आवाजाही एकदम ठप हो गई है। इन दिनों नीती घाटी के दर्जनों ग्रामों में खासी चहल-पहल रहती है, खासकर स्वाधीनता दिवस के मौके पर, नीती घाटी के दुफूधार-गमशाली मंे आजादी के जश्न को एक त्यौहार के रूप में मनाए जाने के परंपरा है और आजादी के इस त्यौहार में सरीक होने के लिए दूर-दूर से इस घाटी के ग्रामीण यहां पहुंचते हैं। इस वर्ष भी 15 अगस्त से पहले अपने गॉव घरों को पहुंचने के लिए हजारों लोग आए हैं, लेकिन बीते दो दिनांे से सैकडों वाहन व हजारांे लोग सुराईथोटा व तमक में ही फॅसे हैं। अपने एतिहासिक कार्यक्रम मंे ना पहंुच पाने को लेकर भी लोगांे मंे गुस्सा देखा गया। भलगॉव के प्रधान लक्ष्मण सिंह बुटोला के अनुसार बीआरओ सडक खोलने के काम में जुटी तो है, लेकिन पत्थरांे व बोल्डरांे के लगातार गिरने से मार्ग अवरूद्ध है, हजारांे लोग जो गमशाली में 15 अगस्त के कार्यक्रम में सम्मलित होने जा रहे थे, वे सभी यहॉ फॅसे हैं। जनजाति कल्याण समिति के सचित दीवान सिंह खाती ने कहा कि बार्डर एरिया में सडक अवरूद्ध है और जिला प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है, अपने गॉव-घरों को जाने वाले करीब दो हजार लोग अवरूद्ध स्थल पर फॅसे हैं। पूर्व डीएफओ लक्ष्मण सिंह रावत का कहना है कि यहॉ पर किसी प्रकार की वैकल्पिक ब्यवस्था नही है, चटटान से लगातार पत्थरो की वारीश हो रही है, दोनो ओर लोग फॅसे है,ऐसी स्थिति मे सरकार को यहॉ तत्काल हेली सेवा की ब्यवस्था करनी होगी।
इस दौरान सडक खुलने के इंतजार में खडे नीती घाटी के ग्रामीणों ने देवी-देवताओ की पूजा के साथ माता नन्दा के जागर व दांकुडी लगाकर चटटान से पत्थरों की वर्षात रोकने की प्रार्थना भी की।
संपर्क करने पर बीआरओ की 21 टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल के अनुसार तमक में चटटान से लगातार सूटिंग बोल्डर आ रहे है, जिसके कारण कार्य करने में भी अवरोध हो रहा है, उन्होंने कहा कि एक टीम को चटटान के साइड से चटटान की ओर भेजने का प्रयास कर रहे हैं ताकि बोल्डर व पत्थरों के लगातार गिरने वाले स्थान का आंकलन किया जा सके। उन्होंने कहा कि मार्ग पूरी तरह सुूरक्षित आवाजाही के लिए दो से तीन दिन का समय लग सकता है।