देहरादून: प्रदेश में जलवायु परिवर्तन का असर वनस्पति पर भी दिखाई देने लगा है। पहाड़ की खूबसूरती को चार चांद लगाने वाला बुरांश जलवायु परिवर्तन के कारण समय से पहले ही खिलने लगा है। जिससे प्रकृतिप्रेमी खासे चिंतित हैं। प्रकृतिप्रेमियों का मानना है कि यह बदलाव कुछ सालों से देखने को मिल रहे हैं और पहले बुरांश अपने समय से ही खिलता था।
बुरांश अक्सर मार्च के महीने तक ही खिलना शुरू होता था लेकिन जलवायु परिवर्तन के चलते हैं। बुरांश का फूल जनवरी माह में ही दिखने लगा है। जानकारों की मानें तो जंगलों के कटान से पर्यावरण में बहुत बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसके कारण हो पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यही है कि मार्च में खिलने वाला बुरांश अब जनवरी माह में ही खिलने लगा है।
वहीं पर्यावरण में इस बदलाव के चलते फूल और फलों के उगने के समय में भी बदलाव देखने को मिल रहा है। वहीं राजकीय फल संरक्षण जनपद प्रभारी कैलाश बहुगुणा ने कहा कि मार्च के शुरुआती दिनों में खिलने वाला बुरांश इस साल जनवरी के महीने में ही खिलना शुरू हो गया है, जो कि चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि मौसम में परिवर्तन होने के कारण ही बुरांश को जिस तरह का वातावरण की जरूरत होती है, उसे वह वातावरण समय से पहले मिलना शुरू हो गया है, इसीलिए बुरांश जनवरी माह में ही खेलने शुरू हो गए हैं।