आर्मी कैंट रानीखेत में शनिवार को स्वीमिंग पूल में तैराकी का प्रशिक्षण करते समय डूबने से काल के गाल में समाए रिक्रूट देवेंद्र सिंह संभल (20) की पार्थिव देह जैसे ही रविवार को धारी ब्लॉक स्थित उसके गांव बबियाड़ लाई गई, वहां कोहराम मच गया।
देवेंद्र अविवाहित था। पिछले साल ही वह सेना में भर्ती हुआ था। उसके पिता शिवराज सिंह की एक साल पहले हार्टअटैक से मौत हुई थी। परिजन पिता की मौत के सदमे से उबरे तक नहीं थे कि जवान बेटे की मौत से परिवार में मातम छाया है। तमाम लोग सांत्वना देने उसके घर पहुंच रहे हैं।
जवान बेटे की पार्थिव देह को देख मां गोमती देवी और दो बड़े भाइयों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। इससे पूर्व कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र (केआरसी) में रिक्रूट की पार्थिव देह का रविवार को राजकीय अस्पताल में पुलिस व सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया गया।
सैन्य अस्पताल में रिक्रूट को गार्ड ऑफ आनर देने के बाद सेना के वाहन से उसके पार्थिव शरीर को गांव भेज दिया है। सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सैन्य सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया।
देवेन्द्र के बड़े भाई का कहना है कि देवेंद्र को सेना में जाने का शौक बचपन से ही था। दो माह पूर्व 25 मार्च को वह सेना में भर्ती हुआ। इसके लिए वह सुबह और शाम रोज कड़ी मेहनत कर रहा था। यहां तक कि उसने सेना में जाने के चक्कर में देवेंद्र ने बीएससी अंतिम वर्ष की परीक्षा तक नहीं दी, जबकि वह पढ़ाई में भी काफी होशियार था।