
फोटो- श्री बदरीनाथ धाम में हुए ताजे हिमपात का दृष्य ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। मौसम ने एक बार फिर ली करवट। बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब व औली में हुआ जोरदार हिमपात। पर्यटको का औली पंहुचना शुरू। रोप-वे से ही करीब ढाई सौ पर्यटक औली पंहुचे। हिमपात का लुफ्त उठायां
उच्च हिमलायी क्षेत्रों के साथ ही श्री बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब-लोकपाल, फूलों की घाटी, औली-गौरसांे बुग्याल, तथा नीती माणा घाटियों मे शनिवार को जोरदाद हिमपात हुआ है। 16नवंबर के बाद यह तीसरा हिमपात है। शनिवार सुबह से ही निचले इलाकों मे तेज बारीश के साथ ऊॅचाई वाले इलाकों मे हिमपात शुरू हो गया था। हिमपात व वारीश के बाद एक बार फिर कडाके की ठंड ने दस्तक दे दी हैं।
मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान की सूचना पर बीते रोज से ही पर्यटको का पंहुचना शुरू हो गया था। जो लगातार जारी है। बर्फ की फुआरों को गिरते देखने को लालायित पर्यटकों का तो रोप-वे मे ही हुजुम उमड पडा। सुबह से रोप-वे के द्वारा करीब ढाई सौ से अधिक पर्यटक औली पंहुचे। रोप-वे के टिकट पर पर्यटको के लिए वापसी का समय भी अंिकंत होता है। लेकिन बर्फ के दीवाने पर्यटक हिमवर्षा मे इतने मशगूल हो गए कि रोप वे प्रबंधन को उनको जोशीमठ पंहुचाने के लिए काफी मशक्कत करनी पडी।
श्री बदरीनाथ धाम, विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली व फूलो की घाटी तथा नीती-माणा घाटियों मे इस वर्ष का तीसरा हिमपात हुआ है। 16नवंम्बर , 24नवम्बंर के बाद शनिवार को तीसरे हिमपात के बाद जहाॅ पर्यटन ब्यवसायियो को उम्मीदे जगी है। वही काश्तकार भी इसे फसलों के लिए बेहतर बता रहे है। तीसरे हिमपात के बाद श्री बदरीनाथ धाम मे ढाई से तीन फीट तक बर्फ की मोटी चादर बिछ चुकी है। जबकि विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे रोप-वे के दस नबंर टावर पर करीब 6इंच व जीएमवीएन कैपस मे से 6इंच तक बर्फ जम चुकी है और बर्फबारी लगातार जारी है।
नीती-माणा घाटियों के साथ ही उर्गम घाटी, चिनाप घाटी थैंग, सलूड-डुंग्रा, सूदरवर्ती सडक विहीन क्षेत्रों डुमक, कलगोठ, पल्ला, जखोला किमाणा व सुूकी-भलगाॅव मे भी जोरदार हिमपात होने की सूचना है।