रुड़की भगवानपुर में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 28 पहुँच गई है, घटना के बाद से आसपास के इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। अभी तक जहरीली शराब पीने से रुड़की में 13 और सहारनपुर में 15 लोगों की मौत की खबर है, वहीं, इस मामले में अब आबकारी मंत्री ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
इस प्रकरण की प्रथम दृष्टया जांच में आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है प्रकाश पंत का कहना है कि मिथाइल अल्कोहल का सेवन करने के कारण लोगों की मौत हुई है।
यह बेहद ही खतरनाक पदार्थ होता है, जिसकी 10ml मात्रा ही शरीर में जाने पर इंसान अंधा हो सकता है और अगर मात्रा इससे ज्यादा भी हुई तो मौत हो सकती है। मंत्री प्रकाश पंत ने कहा है कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंत ने बताया कि जिन लोगों ने जहरीली शराब परोसी थी उनमें से एक मुख्य आरोपी पहले भी तीन बार अवैध शराब के कारोबार में जेल जा चुका था और उसकी भी मौत हो गई है।
जहरीली शराब पीने से कई और लोगों की भी हालत खराब हैं। जहरीली शराब होने वाली मौत का यह तांडव कोई नया नहीं है। इससे पहले भी इससे लोग समय से पहले काल के गाल में समा गए हैं। अब सवाल यह उठता है कि कच्ची शराब जहरीली कैसे बन जाती है? इसको बनाने की प्रक्रिया के बारे में सुनकर आप हैरान हो उठेंगे। कच्ची शराब को बनाने में इस्तेमाल होने वाली महुए की लहन को सड़ाने के लिए कुत्ते का शौच और ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल किया जाता है। कहीं-कहीं इसमें नौसादर और यूरिया भी मिलाया जाता है। इस बार मिथाइल अल्कोहल इस शराब में मिलाई जो मौत की वजह बनी।