थराली से हरेंद्र बिष्ट।
सरकार से लंबे समय से गांव तक सड़क निर्माण की मांग करने के बाद भी जब सरकारी तंत्र ने ग्रामीणों की मांग पर किसी तरह का ध्यान नहीं दिया तो, ग्रामीणों ने खुद ही फावड़ा, गेती, सब्बल उठा कर श्रमदान के जरिए सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। एक सप्ताह के अंदर उन्होंने करीब 100 मीटर सड़क भी बना डाली है।
विकासखंड मुख्यालय देवाल से करीब 2 किमी की दूरी पर स्थित कैल गांव के ग्रामीण पिछले लंबे समय से गांव तक छोटे वाहनों के आवागमन के लिए सड़क निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। किंतु आज तक भी किसी भी योजना से गांवों के पास तक सड़क निर्माण की मांग पूरी नहीं हो पाई। जिससे आहत ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि अब वे ही श्रमदान एवं अन्य माध्यमों से गांव तक छोटे वाहनों के आने.जाने के लिए सड़क का निर्माण कार्य शुरू करेंगे और गत दिनों से बकायदा ग्राम प्रधान जीवन मिश्रा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने श्रमदान के जरिए सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया अब तक ग्रामीणों ने करीब 100 मीटर सड़क का निर्माण कार्य भी कर लिया है।
गांव के युवा प्रधान जीवन मिश्रा ने बताया कि इस गांव के कई ग्रामीणों के पास अपने छोटे वाहन तो हैं। किंतु गांव तक सड़क नहीं होने के कारण उन्हें अपने वाहनों को रात्रि में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा मरीजों को ले जाने लाने सहित जीवनयापन के तमाम सामानों को ढोने में भी ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। इसी के चलते पिछले लंबे समय से ग्रामीणों के द्वारा कैल गांव तक कम.से.कम एक किमी सड़क के निर्माण की मांग की जाती रही हैं। किंतु शासनए प्रशासन के स्तर पर इस मांग पर कोई भी ध्यान ना दिए जाने के कारण मजबूरन ग्रामीणों को श्रमदान का रास्ता अपनाना पड़ा है। बताया कि इस कार्य में काफी जनसहयोग भी मिल रहा हैं।क्षेत्र प्रमुख दर्शन दानू ने भी अपने सहयोगियों के श्रमदान स्थल पर आ कर इस कार्य के लिए सहयोग दिया हैं। प्रधान जीवन मिश्रा ने बताया कि इस सड़क पर वाहनों के आने.जाने के लिए दो पुलों की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए भी व्यवस्था जुटाने के प्रयास किए जा रहे हैं।कहा जाए तो गलत ना होगा कि अगर ग्रामीण अपने गांव के पास तक सड़क लें जाने में सफल हो जाते हैं तों यह कदम सरकारों को आयना दिखाने से कम नही होगा।