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01- हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने के मौके पर मौजूद श्रद्धालु।
02- हिंदुओ का पवित्र तीर्थ लक्ष्मण मंदिर-लोकपाल।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। करीब ढाई हजार श्रद्धालुओं की मौजूदगी में सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब-लोकपाल के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए गए। लक्ष्मण मंदिर लोकपाल मे इस वर्ष की अंतिम पूजा के बाद पूरे विधि-विधान के साथ कपाट बंद किए गए।
सिखो के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब-लोकपाल के कपाट बृहस्पतिवार को दोपहर एक बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इससे पूर्व कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत प्रात नौ बजे से सुखमणी साहिब का पाठ, उसके उपरंात शबद-कीर्तन व साढे बारह बजे इस वर्ष की अतिंम अरदास हुई। अरदास के बाद पंच प्यारो की अगुवाई मे पवित्र गुरूग्रंथ साहिब को दरबार हाल से शेाभा यात्रा के साथ सतखंड मे सुसज्जित किया गया।
इस वर्ष एक जून को हेमकुंड साहिब-लोकपाल के कपाट श्रद्धालुओ के दर्शनार्थ खोले गए थे। और करीब चार महीनो के यात्रा सीजन के दौरान ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं हेमकुंड साहिब पंहुचकर मत्था टेका ।
गुरूद्वारा गोविंदघाट के उप प्रबंधक सरदार हरबंश सिंह के अनुसार हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने के अवसर पर करीब ढाई हजार से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे। कडाके की ठंड मे भी श्रद्धालुओ ने पवित्र सरोवर मे स्नान कर दरबार साहिब मे मत्था टेका।
इधर हिंदुओ के पौराणिक व पवित्र तीर्थ लक्ष्मण मंदिर-लोकपाल के कपाट भी पूरे विध-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। मंदिर के पुजारी कुशल चैहान के साथ पुलना ,भ्यॅूडार व आस-पास के गाॅवों के श्रद्धालु इस मौके पर लक्ष्मण मंदिर मे मौजूद रहे।