2013 की आपदा में बहा पैदल पुल अभी तक नहीं बना, ग्रामीणों द्वारा बनाया गया लकड़ी का पुल पिंडर के प्रवाह में बहा
थराली से हरेंद्र बिष्ट।
स्थाई पुल के अभाव एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बोरागाड़ में चिकित्सकीय स्टाफ के अभाव में एक सात वर्षीय मासूम बच्ची की तड़प-तड़प कर मौत हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिससे पीड़ित गांव ओड़र में शासन, प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार देवाल ब्लाक के अंतर्गत ओडर गांव की एक 7 वर्षीय मासूम बच्ची कांजल पुत्र नरेंद्र सिंह गड़िया की सोमवार को अचानक तबियत खराब हो गई। तबियत खराब होने पर परिजन मासूम बच्ची को उचित उपचार नहीं मिल पाने के कारण उसकी तड़प.तड़प कर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ओड़र गांव से करीब चार किमी की दूरी पर स्थित अतरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में पिछले कई माह से ताले लटके हुए हैं। जबकि गांव के दूसरे छोर पर मोटर सड़क तक पहुंचने के लिए पिंडर नदी पर बने झुला पुल के 2013 की आपदा में नदी के भेंट चढ़ जाने के 8 वर्षों बाद भी पुल का निर्माण नहीं हो पाने एवं इस स्थान पर लोनिवि थराली के द्वारा स्थापित इलेक्टिक ट्राली से नदी को आर.पार करने को बढ़ा करण माना जा रहा है।
बताया जा रहा है कि बच्ची की तबियत खराब होने के बाद परिजनों ने ट्राली को चलाने के लिए ट्राली आपरेटर को फोन किया। आरोप है कि आपरेटर समय पर नहीं पहुंच पाया, इस दौरान बच्ची की तबियत और अधिक खराब हो गई। करीब 9 बजे परिजन बच्ची को लेकर पीएचसी देवाल लाए। जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची की मौत की सूचना मिलने पर गांवों में रोष व्याप्त हो गया। घटना की सूचना मिलते ही थराली से उप जिलाधिकारी सुधीर कुमार, निर्माण खंड लोनिवि के अधिशासी अभियंता सत्यवीर यादव, सहायक अभियंता जीतेंद्र कुमार के साथ ही देवाल के ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू आदि ओड़र गांव के पास गमलीगाड़ नामक स्थान पर पहुंचे जहां पर उन्होंने ग्रामीणों से बच्ची की मौत की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही लोनिवि के अधिशासी अभियंता ने बताया कि ट्राली के संचालन के लिए एक बेलदार नियुक्त किया है, जोकि सुबह 8 से सायं 6 बजे तक संचालित करता है। बताया कि पिछले 4 दिन पूर्व ही ट्राली का संचालन शुरू किया गया है। कहा कि अगर ग्रामीण तैयार हो तो ट्राली का संचालन ग्रामीणों को सौपा जा सकता है। जिसका भुगतान लोनिवि करेगा। इस मौके पर प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि इसके साथ ही सुपलीगाड़ घेस, हरमल ट्रालीयों की मरम्मत के साथ ही संचालन ग्रामीणों को सौंपने को कहा। इस मौके पर एसडीएम सुधीर कुमार ने ओडर झूला पुल के नव निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाएं जाने के निर्देश दिए। इस मौके पर ओडर.लिगडी के क्षेत्र पंचायत सदस्य पान सिंह गड़िया ने पुल निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाएं जाने, बोरागाड़ अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में डाक्टर एवं फार्मसिस्ट की नियुक्ति की मांग की।