वौणी देवी जोशीमठ चमोली, उरगम घाटी। ज्योर्तिमठ क्षेत्र के अंतर्गत पंच केदार की धरती कल्पेश्वर घाटी में एक अभिनव प्रयास किया जा रहा है। सामाजिक संगठन जनदेश की पहल पर लोक विज्ञान संस्थान पीएसआई देहरादून के सहयोग से 4 गांव में परंपरागत जल स्रोत पुनर्जीवितीकरण के कार्य की शुरुआत की जा रही है।

क्षेत्र में लोक विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों ने चार जल स्रोतों को पुनर्जीवितीकरण के लिए चुना है। पहले चरण में स्रोतों के जलागम क्षेत्र का पूरा विवरण तैयार किया गया। पहले चरण में 11 जल स्रोतों को देखा गया और उसके बाद मात्र चार जल स्रोतों पर कार्य की सहमति बनी। वैज्ञानिकों ने स्रोत के ढाल उस क्षेत्र में संभावनाओं की तलाश की। उसके बाद समुदाय के साथ खुली बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के बाद ग्रामीणों से सहमति ली गई। क्षेत्र में कार्य किया जाना चाहिए जिसमें ग्रामीणों ने अपनी सहमति दी।

इन बैठकों में महिला मंगल दल युवक मंगल दल वन पंचायत के सरपंचों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। उसके बाद तय हुआ कि इस क्षेत्र में योजना बनाई जाए ज्योर्तिमठ क्षेत्र के मुख्य रूप से उगम घाटी के 3 पंचायतों मैं यह कार्य शुरू किया जा रहा है जिसमें भरकी भेंटा के भेंटा, पिल्खी ल्याँरी थैणा के सलना गांव में कार्य किया जाएगा, जिसमें चाल खाल जलागम क्षेत्र में वृक्षारोपण का काम किया जाना है। इसके अलावा इस क्षेत्र में पानी को बढ़ाने के लिए जल उगाओ का काम किया जाएगा।
इस प्रयास में जहां लोक विज्ञान संस्थान के पूरण बड़थ्वाल, साथी पीएसआई के वैज्ञानिक कार्यकर्ता अर्जुन, धर्मेंद्र, दीक्षा, जनदेश के लक्ष्मण नेगी, राजेंद्र रावत, कलावती आदि लोग सहयोग कर रहे हैं। लगातार जलवायु परिवर्तन के कारण जल स्रोतों में पानी की कमी होती जा रही है। स्रोतों में पानी बढ़ाने के लिए लंबे समय से जहां पीएसआई अन्य राज्यों में काम कर रहे हैं। वही जनदेश अपने क्षेत्रों में लंबे समय से इस तरह के काम कर रहा है। वैज्ञानिकों एवं लोगों का साझा प्रयास आगे बढ़ाने का प्रयास जारी है। आने वाले समय में इसके सुखद परिणाम आ सकते हैं।
आज बेटा ग्रामीणों के साथ एक बैठक आयोजन करके पूरी कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई। जिससे कि इन स्रोतों में काम किया जा सके। जनदेश की अध्यक्षा बौणीदेवी ने कहा कि समय आ गया है कि हम अपने संसाधनों को स्वयं बचाएं और उनके प्रबंधन के लिए फोर्स कार योजना बनाएं। इस कार्यक्रम के बारे में वन पंचायत सदस्य हर्षवर्धन सिंह फरस्वाण ने कहा कि ग्रामीण सहभागिता से योजना में अंशदान दिया जाना आवश्यक है। जिससे कि ग्रामीणों को लगे कि यह योजना हमारी है अनुदान आधारित योजना से लोगों में योजना का अपना.अपना पन नहीं रहता है आज के समय में एक व्यापक सोच के साथ काम करने की आवश्यकता है।
4 गांव में व्यापक रुप से बैठक कर ग्रामीणों ने काम करने की सहमति दी है और इस काम को व्यापक रूप से किया जाएगा। आज की बैठक में महिला मंगल दल अध्यक्ष विनीता कड़वाल संगीता देवी मनोज पँवार भोला चौहान पूर्व महिला मंगल दल अध्यक्ष बसंती देवी अरविंद फरस्वान, लक्ष्मण पंवार, आलमी देवी, हरिश सिंह चौहान, हेमलता देवी सहित कई ग्रामीणों ने भागीदारी की।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट












