प्रकाश कपरूवाण, जोशीमठ।
आद्य जगद्गुरू शंकराचार्य की तपस्थली ज्योतिर्मठ-जोशीमठ को श्री बद्रीनाथ यात्रा मार्ग से अलग थलग कर हेलंग-मारवाड़ी बाईपास निर्माण के विरोध में ब्यापारियों ने प्रतिष्ठान बन्द कर जोरदार प्रदर्शन किया।
जोशीमठ के निवासी वर्षों से हेलंग-मारवाड़ी बाईपास का विरोध कर रहे है, पूर्व में भी इस मार्ग निर्माण के विरोध मे अनशन व प्रदर्शन हुए,और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी विस्तृत वार्ता हुई।
लगातार विरोध के बाद भी हेलंग-मारवाड़ी बाईपास का निर्माण शुरू कर दिया गया,लेकिन जोशीमठ भू धंसाव की घटना के बाद इस मार्ग निर्माण को भी एक कारण मानते हुए निर्माण कार्य बन्द करा दिया था।
अब पुनः बाईपास निर्माण कार्य शुरू होने से लोगों में भारी आक्रोश है। ब्यापारियों ने दो दिन पूर्व एसडीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेज कर बाईपास निर्माण बन्द कराने की मांग करते हुए बन्द व चक्का जाम की चेतावनी दी थी, जिसके क्रम मे रविवार को ब्यापारियों ने बाज़ार बन्द कर जोरदार प्रदर्शन किया।
ब्यापारियों का जुलूस जीआईसी चौक से शुरू होकर पूरे नगर मे नारेबाजी करता हुआ तहसील प्रांगण पहुंचकर एक सभा मे तब्दील हुआ जिसे अनेक ब्यापारी नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया।
ब्यापारी नेताओं ने पुनः स्पष्ट किया कि यदि बाईपास निर्माण का कार्य बन्द नहीं हुआ तो ब्यापारी आंदोलन,चक्का जाम व निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचकर कार्य रोकने के लिए बाध्य होंगें।
ब्यापारियों के प्रदर्शन में प्रांतीय उद्योग ब्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष माधव प्रसाद सेमवाल, ब्यापार संघ जोशीमठ के अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी, महामंत्री जेपी भट्ट,कोषाध्यक्ष कन्हैया लाल साह, ब्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष रमेश डिमरी “श्रीराम” , टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष चंडी बहुगुणा, देवेश्वरी साह, पालिका सभासद आरती उनियाल,गौरव नंबूरी,सुभाष डिमरी, पूर्व सभासद लक्ष्मी लाल,विमल ढ़ोंडियाल, देवेश अग्रवाल, महावीर बिष्ट,लालमणी सेमवाल, मनोज जैन, अशोक शाह,बद्री प्रसाद बगवाड़ी, भगवती प्रसाद नंबूरी, डीपी सती, राजकिशोर डंगवाल सहित सैकड़ों ब्यापारी शामिल हुए।