हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट।
गौचर/थराली।
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चमोली ( गौचर) मे आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सात दिवसीय प्रशिक्षण के पांचवे दिन प्रशिक्षुओं को निकटवर्ती आंगनबाड़ी केंद्रों का शैक्षिक भ्रमण कराया गया।
डायट में चमोली जिले के 9 विकासखंडों से 56 कार्यत्रियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षुओं की चार टोलियों में आंगनबाड़ी केंद्र शैल, भट्टनगर, रावलनगर एवं पनाई बालवाटिका पहुंचे में प्रशिक्षण के पांचवे दिन आंगनबाड़ी कार्यकत्री अंजू बहुगुणा, अनीता नेगी, गीता लिंगवाल एवं सरला काला ने प्रशिक्षुओं का स्वागत किया।इस दौरान प्रशिक्षुओं द्वारा बच्चों के साथ संवाद किया गया lइस दौरान बच्चों ने प्रार्थना ,कहानी, कविता, खेल, के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
इस मौके पर स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं ने केंद्रों में होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी इस मौके पर कार्यक्रम के समन्वयक राजेंद्र प्रसाद मैखुरी ने कहा कि क्षेत्रीय भ्रमण सीखने की एक महत्वपूर्ण विधा है, जो विभिन्न वस्तुओं तथा गतिविधियों का अवलोकन कर व्यवहारिक ज्ञान प्राप्ति में सहायक है।
इस माध्यम से चीजों को खोजने, पहचानने, उनसे संबंध स्थापित करने के साथ अनुभव आधारित सीखने के प्रति विशेष उत्साह का संचार होता है। शाम के सत्र में प्रशिक्षुओं द्वारा प्रशिक्षण स्थल में पहुंचकर अपने अनुभव साझा किए गए, भ्रमण दल में संदर्भदाता के रूप में पार्वती देवी , शोभा बिष्ट , पूजा रजवार, अंजना रावत , मोहित देवराडी,राहुल शाह सम्मिलित थे lकार्यक्रम के सहसमन्वयक डॉ. कमलेश कुमार मिश्र ने बताया कि वर्तमान सत्र में जिले के प्राथमिक विद्यालयों के साथ संचालित होने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों के 155 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को तीन चरणों में सात दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके तहत दो चरणों में 112 आंगनबाड़ी केदो के कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है , तृतीय चरण का प्रशिक्षण 27 फरवरी से प्रारंभ होगा l












