रिपोर्ट : प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ : मौसम विभाग की चेतावनी एक बार फिर सही साबित हुई है,नीती-माणा घाटियों के साथ हिमक्रीड़ा स्थल औली ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है।
सोमवार सुबह से शुरू हुई बारिश के बाद श्री बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब- लोकपाल,नीती-माणा घाटियों के साथ ही विश्व विख्यात हिमक्रीड़ा केन्द्र औली मे जोरदार हिमपात हुआ है जो लगातार जारी है।
ऊंचाई वाले इलाकों मे बर्फबारी व निचले इलाकों मे मूसलाधार बारिश के बाद पूरे क्षेत्र मे कड़ाके की ठंड बढ़ गई है, बाजारों मे सन्नाटा पसरा है।
विश्व विख्यात हिमक्रीड़ा केंद्र औली के जीएमवीएन परिसर मे करीब आधे फीट से ज्यादा हिमपात हुआ है जबकि रोप के टावर नंबर आठ से लेकर दस नम्बर टावर तक एक से डेढ़ फीट तक बर्फ जम चुकी है।
जीएमवीएन ने सोमवार से सात दिवसीय स्कीइंग कोर्स भी शुरू किया है हालांकि मात्र दो स्थानीय प्रशिक्षु ही प्रशिक्षण के लिए पहुंच पाए।लेकिन जीएमवीएन ने जोशीमठ में भू धंसाव के बीच स्कीइंग प्रशिक्षण शुरू कर पर्यटकों को संदेश देने का प्रयास किया कि औली सुरक्षित है।
जोशीमठ भू धंसाव के कारण पर्यटकों का आवागमन बेहद कम हो गया है,जहाँ पूर्व वर्षो तक बर्फबारी की चेतावनी के बाद पर्यटकों का हुजूम उमड़ पड़ता था,वो स्थिति अभी नहीं दिख रही है।
जीएमवीएन औली के प्रबंधक नीरज उनियाल के अनुसार बर्फबारी की पूर्व सूचना के बाद भी एडवांस बुकिंग नहीं हुई है। अब पुनः जमकर बर्फबारी हुई है उम्मीद है कि शीतकालीन पर्यटकों का आवागमन बढ़ेगा।