पिथौरागढ़ जिले में डीडीहाट तहसील के अंतर्गत लीमा गांव निवासी मेरी चाची हरली देवी पत्नी स्व.मेहर सिंह का निधन हो गया। वह करीब 83 वर्ष की थी। पिछले कुछ महीनों से बीमार चल रही थी। परंपरागत घाट द्वेरिया संगम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
चाची को मैंने पहली बार बीमार देखा। हालांकि उनका एक पैर बचपन में ही पोलियोग्रस्त हो गया था। इसके बावजूद वह जीवट किस्म की महिला थी। पोलियो के कारण एक पैर छोटा होने के बावजूद वह पहाड़ में सामान्य तौर पर जितना काम कोई स्वस्थ महिला कर सकती है, उससे अधिक कर लेती थी।
पिछले दिनों बीमार होने पर मैं उन्हें देखने गया था, उनकी हालत देख दंग रह गया। वह अपने दम पर विस्तर पर पलट भी नहीं पा रही थी। उन्हें परंपरागत बीमारी के साथ कई अन्य वृद्धावस्था रोगों ने घेर लिया था, इसलिए इतनी जल्दी उनकी हालत खराब हो गई। बचपन में उनके द्वारा किया गया प्यार दुलार हमेशा याद रहेगा। ईश्वर मृत आत्मा को शांति प्रदान करें, अपने चरणों में स्थान दें।