फाइल फोटो- राम मंदिर आंदेालन के दौरान सात दिनो तक जेल मे रहे एडवोकेट रमेश सती ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। राम मंदिर आंदोलन के दौरान प्रमुख आंदोलकारी रहे पैनख्ंाडा संघर्ष समिति के अध्यक्ष रमेश च्रदं सती ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने दोनो पक्षों के हको को बरकरार रखते हुए जो सर्वमान्य निर्णय दिया है वो स्वागत योग्य है।
राम मंदिर आंदेालन के दौरान सात दिनो तक जेल मे रहे श्री सती ने राममंदिर पर आए सुप्रीम फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि फैसले से अत्यन्त हर्ष हुआ है। श्री सती ने कहा कि वर्ष 1992 मे अयोध्या कूच से पूर्व ही उन्है व ऋषि प्रसाद सती को तत्कालीन उप जिलामजिस्ट्रेट आरपी पांडे ने भारी पुलिस फोर्स के साथ घर से ही गिरफ्दार कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रैट चमोली की अदालत मे पेश किया था जहाॅ से उन्है सात दिनो की न्यायिक हिरासत मे जेल भेज दिया गया था। विधि विरूद्ध आचरण का मुकदमा 6वर्षो तक चला जिसे बाद मे वर्ष 1997 मे शासन द्वारा वापस लिया गया।
श्री सती ने कहा कि राम मंदिर पर फैसला आने के बाद जहाॅ बेहद खुशी हो रही है वही आंदेालन के दौरान जेल मे विताए वो सात दिने भी याद आ गए है। कि किस तरह सात दिनो तक जेल के सलाखो के पीछे काटने पडे। हाॅलाकि अब राम मंदिर पर सुप्रीम फैसला आ गया है इससे करोडो रामभक्तो के साथ ही उस दौर मे राममंदिर के लिए जेल गए हजारेा कार्यकर्ताओ मे खुशी की लहर है। अब जल्द ही भगवान राम की भूमि पर भब्य राम मंदिर का निर्माण होगा।
राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख कार्यकर्ता /पैनखंडा संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट रमेश चंद्र सती ने सर्वमान्य निर्णय के लिए देश के मुख्य न्यायाधीश एवं पीठ के चारो न्यायाधीशो का आभार जताते हुए आम जनमानस से शांति एंव सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।












