उत्तराखण्ड के दो खिलाड़ियों द्वारा स्वर्ण पदक जीतना कबड्डी का स्वर्णिम क्षण : महेश जोशी
बहरीन से भारतीय कबड्डी टीम के दिल्ली एयरपोर्ट पहुँचने पर भव्य स्वागत
भूमिका और राहुल ने बढ़ाया उत्तराखण्ड का गौरव
तृतीय यूथ एशियन गेम्स, बहरीन में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए भारतीय कबड्डी टीम ने बालक एवं बालिका वर्ग में दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए। रविवार को भारतीय दल के स्वदेश लौटने पर दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया गया। इसी अवसर पर उत्तराखण्ड की बालिका वर्ग की खिलाड़ी भूमिका (हरिद्वार) तथा बालक वर्ग के खिलाड़ी राहुल सिंह बोरा (उधमसिंहनगर) को विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
उत्तराखण्ड कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश जोशी ने बताया कि तृतीय यूथ एशियन गेम्स में भारत के 222 खिलाड़ी एवं 137 प्रशिक्षक व सहयोगी स्टाफ विभिन्न खेलों में प्रतिभाग कर रहे हैं। अब तक भारत ने कुल 11 पदक जीते हैं, जिनमें से कबड्डी में प्राप्त दोनों स्वर्ण पदक विशेष गौरव का विषय हैं। उन्होंने कहा कि “उत्तराखण्ड के दो खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में शामिल होकर स्वर्ण पदक जीतते हैं, यह राज्य में कबड्डी के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है।”
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मेजर सिंह ने बताया कि दोनों खिलाड़ियों का प्रारंभिक प्रशिक्षण शिविर नानकमत्ता गुरुद्वारे में आयोजित किया गया, जिसके बाद इन्हें भारतीय टीम के राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में चयनित किया गया।
महासचिव चेतन जोशी ने इस उपलब्धि का श्रेय प्रशिक्षकों, सहयोगी स्टाफ व सभी जिला इकाइयों के संयुक्त प्रयास को दिया। उन्होंने बताया कि भूमिका ने ऑलराउंडर के रूप में तथा राहुल ने लेफ्ट कॉर्नर डिफेंडर के रूप में भारतीय टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए स्वर्ण पदक जीत सुनिश्चित की।
स्वागत कार्यक्रम में बृज भूषण विद्यार्थी, मेजर सिंह, ऋषिपाल सिंह, नितिन राठी, गौरव उपाध्याय, पंकज राठी, एल.एन.एस. राणा, सुमित कुमार, रवि कुमार, आशीष कुमार सहित अनेक पदाधिकारी एवं खिलाड़ी उपस्थित रहे।












