फोटो- आल वैदर रोड को लेकर धरना 62वें दिन भी जारी रहा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। आल वैदर रोड को लेकर आंदोलन लगातार जारी। 62वें दिन मंे प्रवेश के बावजूद कोई हल नहीं निकल सका। स्थाई समाधान होने तक आंदेालन जारी रखने का संकल्प लिया।
सीमांत धार्मिक एवं पर्यटन नगरी जोशीमठ के अस्तित्व को बचाने के लिए सीमांत वासी लगातार आंदोलनरत हैं। बीती दो सिंतबंर से शुरू हुए आंदोलन के अब 62दिवस पूरे हो चुके हैं। लेकिन राज्य व केन्द्र सरकार की ओर से अब तक कोई भी सकारात्मक पहल नही की गई। अलबत्ता मुख्य मंत्री ने गुलाबकोटी से पैनी बैण्ड तक एक नई सडक की सर्वे कराने के निर्देश एनएच के अधिकारियों को दिए गए थे। लेकिन अभी सर्वे का कार्य भी शुरू नही हो सका। सीमांत वासियों का मानना है कि अनादिकाल से भगवान बदरीविशाल के यात्रा से पूर्व भगवान नृंिसंह के दर्शनो की मान्य शास्त्रीय व धार्मिक परंपरा का आदर करते हुए सरकारो को आॅल वैदर रोड का निर्माण जोशीमठ से होते हुए ही करना होगा।
आंदोलन के 62वें दिवस महिला कांगे्रस की जिलाध्यक्ष देवेश्वरी साह, पूर्व पालिकाध्यक्ष ऋषि प्रसादसती, सभासद दिक्का देवी, आरती उनियाल,गौरव नंबूरी, पूर्व सभासद मुकेश कुमार, कलम सिंह राणा, बसपा महिला सैल की जिलाध्यक्ष ममता सिंह, पूर्व ईओ बीपी कपरूवाण , प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य कमल रतूडी, कांग्रेस नेता विक्रम भुज्वांण ,ब्यापार संघ के महामंत्री जयप्रकाश भटट, कुलदीप कठैत, गणेश डिमरी, बचन लाल, रघुबीर भंडारी, संतोष पंवार, दिनेश राणा, जगदीश सती, व कैलाश जोशियाल सहित अनेक लोग धरने पर बैठे।