बागेश्वर ( अर्जुन राणा उत्तराखंड समाचार ) विगत दिवस एक चापर बिना अनुमति के बागेश्वर महाविद्यालय में उत्तर गया ।जिस समय चाॅपर बागेश्वर डिग्री काॅलेज के खेल मैदान में उतार गया उस समय वहां पर क्रिकेट मैच चल रहा था। मैदान के एक हिस्से में अन्य खिलाड़ी भी अभ्यास कर रहे थे। खिलाड़ियों के अलावा करीब 500 लोग वहां पर मैच देखने को जमा थे। पुलिस और प्रशासन को चाॅपर उतरने की सूचना नहीं थी। अचानक चाॅपर उतरता देख खिलाड़ी व लोगों में अफरा-तफरी मच गई। जिसको जिधर राह मिली वहीं भाग खड़ा हुआ। न्यूज 18 ने सबसे पहले इस खबर को अपने चैनल पर चलाया। जिसके बाद प्रशासनिक अमला जागा। जिला प्रशासन और पुलिस ने चाॅपर उतरने के मामले की जांच शुरु कर दी है। फिलहाल चाॅपर को काॅलेज में ही रोका है। जांच पूरी होने के बाद ही उसे उड़ने की अनुमति दी जाएगी।
स्लग- खेलते बच्चों के बीच बिना अनुमति के उतरा
बागेश्वर में देर सायं एक एवियेशन कंपनी की गंभीर लापरवाही सामने आयी है। पायलट ने आर्यन एवियेशन कंपनी का चैपर महाविद्यालय के खेल मैदान में उतर गया। जब चैपर लैंड हुआ तब मैदान में पांच सौ से अधिक बच्चे मौजूद थे। बागेश्वर के राजकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय के खेल स्टेडियम में उस समय हड़कंप मच गया जब अचानक एक चैपर ने लैंडिंग कर दी। अचानक चैपर के उतरने से प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में कोतवाल टीआर वर्मा मौके पर पहुंचे और उन्हेांने चैपर को अपने कब्जे में लिया। जिस समय चैपर ने मैदान में लैंडिंग की उस समय वहां पांच सौ से अधिक बच्चे मौजूद थे। कुछ बच्चे फुटबाल तो कुछ बच्चे क्रिकेट की प्रक्टिस कर रहे थे। पायलट की इस हरकत पर कोतवाल टीआर वर्मा ने पाइलट को कड़ी फटकार लगायी। पायलट से पूछने पर वह कर्नल होने की धमकी देने लगा। इस बारे में जिलाधिकारी रंजना राजगुरू से बात की गयी। उन्होंने बताया कि गरूड़ तहसील के उपजिलाधिकारी की ओर से सशर्त अनुमति दी गयी है कंपनी ने शर्तों का पालन किया है या नहीं इसकी रिपोर्ट मंगवाई गयी है। सूत्रों के मुताबिक अनुमति का कोई पत्र फिलहाल जिला प्रशासन के पास नहीं है। बहरहाल इस मामले में चैपर में मौजूद पायलट कोई भी जानकारी देने के लिये तैयार नहीं है। यहां तक की पायलट द्वारा लोगों के साथ अभद्रता भी की गयी। मामले पर जिला प्रशासन ने बताया कि मामला बेहद गंभीर है। जिलाधिकारी ने बताया कि जांच की जायेगी उसके बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।