सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ की रुद्रप्रयाग शाखा ने अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रखी। हड़ताल के चलते नगर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल ने भी सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन किया है।
दरअसल, नियमितीकरण, स्वास्थ्य बीमा,नगर पालिका की मकान का मालिकाना हक सहित विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारी 15 मार्च 2021 से आंदोलित है।
वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी और उक्रांद के वरिष्ठ नेता बुद्धिबल्लभ ममगाई ने धरना स्थल पर पहुँचकर सफाई कर्मियों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि कर्मियों की नियमितीकरण सहित सभी मांगे जायज हैं। इस पर सरकार को सकारात्मक निर्णय लेना चाहिए।
सरकारी योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए सफाई कर्मियों का जाति प्रमाण पत्र और स्थायी निवास प्रमाण पत्र भी बनना चाहिए। शहरी क्षेत्र में इन्हें आवासीय योजना का लाभ इसलिए नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि इनके पास अपनी भूमि नहीं है। इन्हें पट्टे पर जमीन उपलब्ध कराई जाय। नगर पालिका के आवासीय भवनों जिस पर सफाई कर्मी रह रहे हैं, का मालिकाना हक उन्हें दिया जाय। उन्होंने कहा कि उक्रांद सफाई कर्मियों की इस लड़ाई में साथ खड़ा है।
व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष एवं सभासद अंकुर खन्ना, नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष चंद्रमोहन सेमवाल, सभासद उमा देवी ने सफाई कर्मियों को समर्थन देते हुए कहा कि उनकी सभी मांगे जायज हैं और सरकार को जल्द इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेना चहिए।
सफाई कर्मियों ने कहा कि सभी सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाय और पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक, सफाई निरीक्षक और चालक के पद पर पदोन्नति दी जाय। इसके साथ ही सफाई कर्मियों का स्वास्थ्य बीमा, कर्मियों को राज्य कर्मियों की भांति भत्ता और निकायों में आवास का मालिकाना हक दिया जाय। भूमिहीन वाल्मीकि समाज के लोगों के स्थायी निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाण पत्र प्राथमिकता के साथ बनाये जाएं।
इस मौके पर अध्यक्ष राकेश कुमार,सचिव आनंद सिंह,संरक्षक नरेश कुमार,वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुंदर कुमार, उपाध्यक्ष विशनपाल, महामंत्री देवराज, कोषाध्यक्ष खजान सिंह,सचिव रिंकू कुमार,सुरेश कुमार, मनीष गोडियाल, मोहल्ला स्वच्छता समिति की अध्यक्ष अल्का देवी,उपाध्यक्ष लक्ष्मी देवी,कोषाध्यक्ष नीतू देवी,संगीता देवी, सरोज,सुधा सहित अन्य सफाई कर्मी धरने पर बैठे थे।