फोटो- सीमांवर्ती नीती घाटी के सडक मार्ग के आस-पास कुछ यूॅ जमा है पाला।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। मौसम खराब होते ही सीमांत नगर जोशीमठ सहित नीती-माणा घाटियाॅ शीतलहर की चपेट में आ गया है। बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब में हुआ ताजा हिमपात।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद शनिवार को पूरी सीमातं घाटी शीतलहर के आगेाश मे रही। सुबह से ही मौसम मे बदली के बाद दोपहर होते-होते एक बार तो निचले इलाके मे बूॅदा-बाॅदी भी शुरू हो गई थी। मौसम ने निचले इलाको मे हेो रहे शादी-विवाह के लिए मेहरबानी की। लेकिन नीती-माणा घाटियों के साथ ही बदरीनाथ धाम व हेमकुंड साहिब-लोकपाल व फूलो की घाटी क्षेत्र मे ताजे हिमपात की सूचनाएं मिली है।
उच्च हिमालयी क्षेत्रों मे हिमपात के बाद निचले इलाको मे भी कडाके की ठंड शुरू हो गई हैं। शादी-विवाह के सीजन और शीतलहरी के कारण बाजारो मे भी सन्नाटा पसरा दिखा। नीती-माणा घाटियों के निवासी हाॅलाकि शीतकालीन प्रवास के लिए निचले इलाको, जोशीमठ, सिंहधार, छिनका, नैग्वाड, गोपेश्वर, घिंघराण,,दयूलीबगड, तेफना, मंगरोली, सैकोट,आदि स्थानो मे पहुॅच गए है। लेकिन सीमा के प्रहरियों आईटीबीपी व सेना के जवान शीतलहर से दो-चार अवश्य हो रहे है। नीती घाटी मे सुराईथोटा से लेकर नीती तक के क्षेत्रों मे नदी-नाले एकदम से जम चुके है। इस वर्ष अन्य वर्षो की अपेक्षा बर्फबारी ने समय से पहले ही दस्तक दे दी है। मौसम बदलते ही ऊपरी इलाकेा मे एक दम से बर्फबारी शुरू हो जा रही है। और ने केवल नीती-माणा घाटियों ब्लकि सभी पर्वत श्रृंखलाएं बर्फ से लकदक हो रही है।
बर्फबारी के कारण सीमा प्रहरियों को भी शीतलहर का सामना करने को विवश होना पड रहा है। हाॅलाकि सेना व आईटीबीपी के जाॅबाजो को उच्च हिमालयी बर्फीले बुग्यालो मे बारह महीनो रहने का प्रशिक्षण प्राप्त होता है। लेकिन इस वर्ष समय पूर्व ही नदी-नाले जमने के कारण पूरा सीमावर्ती क्षेत्र शीतलहर की चपेट मे है। इससे सीमा प्रहरियों को भी थोड-बहुत दिक्कतो का सामना करना ही पड रहा है।