रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी /रुद्रप्रयाग
श्री केदारनाथ यात्रा के सकुशल समापन होने पर जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस परिवार द्वारा 28 अक्टूबर 2022 को पुलिस लाइन रतूड़ा में बड़ा खाना का आयोजन किया गया।
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल एवं निकिता अग्रवाल द्वारा सर्वप्रथम उत्तराखण्ड पुलिस वाइव्ज वैलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में लगे स्टाॅल का निरीक्षण कर रुद्रप्रयाग पुलिस परिवार की महिलाओं द्वारा बनाये गए हस्तनिर्मित उत्पादों की खरीददारी की गयी।
इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य आरक्षी मनमोहन सिंह कप्रवाण और मुख्य आरक्षी धर्म दर्शन के मधुर गानों एवं पुलिस परिवार की छोटी बच्चियों के नृत्य का सभी ने आनन्द लिया।
वही केदारनाथ यात्राकाल में सराहनीय कार्य करने वाले 75 पुलिस कार्मिकों को पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।इस वर्ष के यात्राकाल में 6 पुलिस कार्मिकों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह से सम्मानित किया गया है।22 पुलिस कार्मिकों को पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड महोदय द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग के केदारनाथ एवं सोनप्रयाग,गौरीकुण्ड भ्रमण अवसर पर सम्मानित किया है।38 कार्मिकों को पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा यात्रा काल के मध्य में सम्मानित किया जा चुका है।
पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने आज सम्मानित किये गए सभी कार्मिकों को शुभकामनायें देते हुए अपने सम्बोधन में कहा गया कि हमारे पुलिस परिवार के कार्मिकों के पास बहुत अच्छा टैलेंट हैं,मुख्य आरक्षी मनमोहन और मुख्य आरक्षी धर्मदर्शन lद्वारा आज के इस आयोजन की अपने मधुर कण्ठ से गाये गानों से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई गयी है।साथ ही पुलिस परिवार के छोटे बच्चों द्वारा भी अपनी सुन्दर प्रस्तुतियां यहां पर दी गयी हैं।
श्री केदारनाथ यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस बार रिकॉर्ड ब्रेकिंग यात्रा रही है। जब उनके द्वारा विगत वर्ष 2021 जनवरी में यहां पर ज्वाइन किया था, तो पुराने वर्षों में हुई यात्रा का आंकड़ा देखा तो वर्ष 2019 में 10 लाख यात्री आये थे,हालांकि बीच के 02 वर्ष कोरोना महामारी से प्रभावित रहे,इस कारण इस वर्ष अत्यधिक संख्या में यात्रियों के आने का अनुमान था। इस वर्ष यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 15,63,278 रही।इस वर्ष की यात्रा विगत वर्षों के हरेक आंकडों को पार कर गयी है।अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने पर पुलिस विभाग की चुनौतियां गुणात्मक रूप में बढ़ती हैं,चाहे वह यातायात संचालन हो या फिर यात्रियों के दर्शन कराये जाने से सम्बन्धित व्यवस्थायें हरेक क्षेत्र में चुनौतियां सामने आती हैं। इस वर्ष के यात्राकाल में हमारी टीम बिल्कुल नई थी।सभी क्षेत्राधिकारी गण पहली बार यहां पर पोस्टेड थे।
इसी प्रकार से थाना व चौकी प्रभारी भी नये थे।यहां पर एक पूरी नई टीम थी,जिसमें कि यंग एवं अनुभवी लोगों का मिश्रण था। अगर आपके पास टीम अच्छी हो तो किसी भी चुनौती को आसानी से पार पाया जा सकता है।एक नेतृत्वकर्ता के अन्दर यह खूबी होनी आवश्यक है कि वह अपने अधीनस्थों की क्षमता को पहचानकर उसका सदुपयोग करें और उन्हें सही जगह पर लगायें ताकि नेतृत्वकर्ता का काम हल्का हो जाये। इस मामले में स्वयं उनका अनुभव काफी अच्छा रहा।हरेक कार्मिक ने अपनी क्षमता से अधिक मेहनत की है। यात्रा के शुरूआती दिनों में काफी चुनौती रही,परन्तु 10-15 दिनों में पता चल चुका था कि,किस प्रकार से कार्य किया जाना है।यात्रा जैसे बड़े इवेंट को सफल बनाये जाने हेतु इसे व्यक्ति विशेष न होकर संस्थान के रूप में होना चाहिए।यह नहीं होना चाहिए कि विगत के यात्रा मे उक्त कार्मिक अमुक स्थान पर प्रभारी था या अमुक दायित्वों का निर्वहन किया गया था। इस हेतु आवश्यक है कि,इसका अभिलेखीकरण किया जाये।पुलिस विभाग जैसे बड़े विभाग में हम लोग अभिलेखीकरण नहीं करते हैं,काम तो अत्यधिक करते हैं,परन्तु उसका डाटा संरक्षित ही नहीं रहता।फिर हर साल शून्य से शुरूआत करनी पड़ती है। आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम के अवसर पर भी कार्मिकों से अपने अनुभव साझा करने को बताया गया था।वे चाहेंगे कि,जो हमारे द्वारा डी-ब्रीफिंग रखी गयी है,इस अवसर पर सभी लोग अपने अनुभव को लेकर आयेंगे,कम से कम एक पेज का राइटअप लिखकर लायेंगे। इसे कार्यालय स्तर पर अभिलेखीकरण किया जायेगा, ताकि अगले वर्ष की यात्रा में नियुक्त होने वाले थाना,चौकी प्रभारियों को शून्य से शुरूआत न करनी पड़े।जो लोग नीचे हरिद्वार, देहरादून या अन्य जनपदों से यहां पर नियुक्त हैं,यहां की पुलिसिंग काफी हटके है।सोशल मीडिया पर भी देखें तो केदारनाथ धाम के प्रति लोगों में अत्यधिक क्रेज है,लोग देश के हरेक कोने से आते हैं।कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं, जिनका कि सपना होता है कि वे केदारनाथ आयें।जब ऐसे लोग यहां पर आते हैं तो वे यहां का जो भी अनुभव लेकर जाते हैं ताउम्र नहीं भूलते।चूंकि सम्पूर्ण यात्रा विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के आपसी समन्वय से संचालित होती है परन्तु पुलिस का रोल इसमें अहम रहता है।
इस अवधि में हम में से अधिकतर लोगों ने अपना शत प्रतिशत दिया गया है।जो जहां पर भी पोस्टेड रहता है,यही सोचना है कि हम अपना कितना बेस्ट दे सकते हैं। यदि कोई चौकी प्रभारी या थाना प्रभारी ये सोच कर कार्य करे कि उसकी चौकी या थाना राज्य या देश का बेस्ट थाना हो और जनपद प्रभारी यह सोच कर कार्य करे कि उनका जनपद सबसे बेस्ट हो तो निश्चित ही सारी चीजें सही ढंग से हो जाती हैं। उनके द्वारा इन दो सालों में प्रयास किया गया है कि हमारे जनपद की पुलिस के हित में कार्य किये जायें,यहां पर विशेषकर यात्रा पड़ावों में पुलिस बेहद विषम परिस्थितियों में रहती है, इसे सुगम बनाये जाने हेतु हर स्तर पर प्रयास किये गए हैं,निश्चित ही आगामी समय में ये परेशानियां दूर होंगी।इस हेतु हमारा आशय और विजन साफ होना चाहिए।श्री केदारनाथ धाम यात्रा सहित वीवीआईपी भ्रमण कार्यक्रम को सकुशल सम्पन्न कराने में नियुक्त जनपद पुलिस,फायर,एलआईयू, संचार, पीएसी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,होमगार्ड, पीआरडी सहित फ्रंटलाइन एवं बैक स्पोर्ट उपलब्ध कराने वाले समस्त सम्बन्धित प्रभारियों एवं कार्मिकों को बधाई देते हुए शुभकामनायें प्रेषित की गई।
कार्यक्रम का संचालन पुलिस उपाधीक्षक रुद्रप्रयाग प्रबोध कुमार घिल्डियाल ने किया।
तत्पश्चात सभी उपस्थित के द्वारा बड़ा खाने का रसास्वादन लिया गया। इस अवसर पर जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस परिवार के सभी अधिकारी कर्मचारीगण,पुलिस परिवार की महिलायें एवं बच्चों सहित जनपद रुद्रप्रयाग के मीडिया बन्धु उपस्थित रहे।