देहरादून जिले के अंतर्गत चकराता, कालसी, त्यूणी में काफी मात्रा में फर्जी अनु0जनजाति प्रमाण पत्र बन चुके हैं, जिसमें हाल ही में कई लोगों के फर्जी प्रमाण पत्र के लाभ लेने के मामले भी सामने आये हैं। जिसमें पूर्व में भी कुछ फर्जी जनजाति प्रमाण पत्र के मामले सामने आए थे, कुछ जांच के पश्चात खारिज भी हुए। अब पुनः अधिक मात्रा में फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के मामले हाल ही में सामने आए हैं। और कुछ लोग तो फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर सरकारी सेवा का भी फर्जी तरीके से लाभ ले रहे हैं। जिसके संबंध में उपजिलाधिकारी कालसी, चकराता, त्यूणी एवं जिलाधिकारी देहरादून को भी जांच हेतु ज्ञापन दिया था, अभी तक कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई है।
तीनों तहसीलों के सभी निर्गत अनु0जनजाति प्रमाण पत्रों के सत्यापन हेतु एक कमेटी गठित कर जांच एवं उचित कार्यवाही हेतु उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष देहरादून से मांग की है। जिसमें तत्काल उचित कार्यवाही हेतु उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष ने जिलाधिकारी देहरादून एवं उपजिलाधिकारी चकराता, कालसी, त्यूणी को उचित कार्यवाही हेतु नोटिस जारी कर आश्वस्त किया है।