अल्मोड़ा-आज जारी एक बयान में अल्मोड़ा कांंग्रेस के जिला उपाध्यक्ष पारितोष जोशी ने कहा कि कुमाऊँ और ऐतिहासिक,सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा की पहचान को समाप्त करने की साजिश करने वाले,पहाड़ में जिला विकास प्राधिकरण थोपने वाले और आम जनमानस को परेशान करने वाले,अपने प्रवास के दौरान जनता और कार्यकर्ताओं से बहुत कम मिलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री आजकल कुमाऊँ के दौरे में हैं और जगह जगह प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कार्यकर्ताओं से मुलाकात और संवाद कर रहे हैं।
ऐसा अगर उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान किया होता और जनता की भावनाओं को ध्यान में रखकर निर्णय लिए होते और बार बार खुद के जारी किए गए निर्णयों को 4 या 5 घंटों में ना पलटा होता तो आज वो शायद पूर्व मुख्यमंत्री नही वर्तमान मुख्यमंत्री होते।उन्होंने कहा कि चार सालों तक मुख्यमंत्री रहते हुए एक भी ऐसा काम पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा नही किया गया जो जन कल्याणकारी हो और उत्तराखंड के हित मे रहा हो।उत्तराखंड की जनता के पूरे चार साल बर्बाद करने के बाद अब अपनी छवि को सुधारने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कुमाऊं के दौरे में हैं।कुम्भ में RTPCR टेस्टिंग के फर्जीवाड़े के सामने आने के बाद वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्री में लगातार आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है।
पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने ये बयान दिया कि ये घोटाले उनके कार्यकाल के नही है और फिर सरकार के शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल का ये बयान देना कि ये फर्जीवाड़ा वर्तमान मुख्यमंत्री के कार्यकाल का नही है।इन सब बयानों से स्पष्ट है कि सरकार वर्तमान हो या पूर्व,सब अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।जबकि गौर करने की बात ये है कि स्वास्थ्य विभाग दोनो ही पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्रियों ने अपने पास रखा।श्री जोशी ने कहा कि अब इसकी टोपी उसके सर रखने का कार्यक्रम चल रहा है।
जनता से इन दोनों को कोई सरोकार नही रहा।प्राधिकरण मामले में भी दोनो मुख्यमंत्रियो के द्वारा गुमराह किया गया है।आज भी अगर किसी व्यक्ति को बैंक से ऋण लेना है तो वो प्राधिकरण से नक्शा पास करवाएगा। वर्तमान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री बनने के बाद स्वयं कहा था कि जिला विकास प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा है।तो अब ये महत्वपूर्ण बात है कि ये अड्डा किसने बनाया?जाहिर है पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा जिला विकास प्राधिकरण बनवाया गया और काबिलेगौर बात ये है कि वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं बयान देने के बाद कि जिला विकास प्राधिकरण भ्रष्टाचार का अड्डा है,जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करने में असमर्थ नजर आ रहें हैं।
भाजपा सरकार ने अपने इन 4 चार साल और लगभग चार महीनों में जनभावनाओं के साथ सिर्फ और सिर्फ खिलवाड़ किया है।पूर्व और वर्तमान मुख्यमंत्री एक दूसरे के फैसलों को उलट पलट करने का कार्य कर रहे हैं। वर्तमान मुख्यमंत्री अपने कई विवादास्पद बयानों से उत्तराखंड की छवि धूमिल कर चुके हैं और वर्तमान में कुंभ में हुए फर्जीवाड़े से पूरे देश के सामने उत्तराखंड की छवि बिगाड़ने का कुचक्र रचा है।उत्तराखंड की जनता सब समझ चुकी है और आने वाले चुनाव में जवाब जरूर देगी।