थराली से हरेंद्र बिष्ट।
राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा के द्वारा राज्य सरकार पर बद्री.केदार मंदिर समिति में शिल्पकारों को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने के आरोपों का खंडन करते हुए नवगठित मंदिर समिति में अनुसूचित कोटे से सदस्य बनाई गई नंदा देवी ने राज्य सरकार पर भेदभाव के आरोपों का खंडन करते हुए सांसद से भलीभांति सूची का अध्ययन करने की बात कही है।
पिछले सप्ताह सरकार के द्वारा बीकेटीसी का गठन किया गया था। जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के अलावा 10 सामान्य एवं दो आमंत्रित सदस्यों को कमेटी में सदस्य बनाया गया है। इसी गठित कमेटी पर राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने सवाल उठाते हुए आरोप लगाया हैं कि सरकार ने समिति में दलितों एवं शिल्पकार समाज को स्थान नहीं दिया है, जोकि इस वर्ग के साथ भेदभाव है।
सांसद के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए नवगठित समिति में सदस्य बनाई गई खेता मानमती निवासी एवं देवाल ब्लाक की पूर्व प्रमुख नंदा देवी जोकि शिल्पकार समाज से आती हैं, उन्होंने नंदा देवी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा मंदिर समिति में उनको स्थान दें कर राज्य सरकार ने शिल्पकार समाज को जो सम्मान दिया हैं वह सम्मान पूरे राज्य के शिल्पकार समाज का हैं। सांसद पर सरकार के खिलाफ गलत बयानबाजी के आरोपों का जोरदार खंडन करते हुए उन्होंने सांसद प्रदीप टम्टा को दुबारा से सूची का अवलोकन करने एवं अपने गलत बयानबाजी के लिए सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है।