उरगम घाटी। जोशीमठ की शांत वादियों में अपराध पैर पसार रहा है। जहां लोग पहले अपने घरों में ताला तक नहीं लगाते थे, वहां अब मैदानों की तरह अपराध पहाड़ों में भी बढ़ने लगे हैं। यह नहीं कि यह मैदान के लोगों के कारण हुआ है, पहाड़ों में भी अब अपराध धीरे.धीरे बढ़ते जा रहे हैं।
पिछले दिनों में वारदातों की संख्या बढ़ रही है। जोशीमठ में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क में काम करने वाले वन आरक्षी अनुज कुमार पर एक जानलेवा हमला हुआ। वह जोशीमठ से अपने कैंप पगनो सलूड के रास्ते जा रहे थे, जहां तक गाड़ी जा सकती थी, वहां तक वह गाड़ी के माध्यम से गये, उसके बाद वह पैदल चलने लगे। उसी रास्ते में सलूड़ गांव का सुकरू लाल नामक व्यक्ति मिला। बिना किसी कारण के उसने वन आरक्षी पर पत्थरों से जानलेवा हमला कर दिया। जिससे वन आरक्षी के मुंह पर चोट लगी और उसका जबड़ा टूट गया। इतना ही नहीं उस पर इतने पत्थरों से वार किया गया कि उसके गुप्तांग पर चोट लगी। वह किसी तरह से भागकर गांव की तरफ आया। लोगों ने उसे बचा लिया और उसमें जोशीमठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के साथ उसका एक्सरा किया। बताया जा रहा है कि उसका जबड़ा टूटा हुआ है। डॉक्टर ने समय रहते हायर सेंटर रेफर कर दिया।
वही प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज के साथ आरोपी को 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। इस प्रकरण में नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के कर्मचारियों ने कहा उस पर कार्रवाई नहीं हुई तो कर्मचारी यूनियन हड़ताल करेगी। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के कर्मचारियों से बात की गई। उन्होंने बताया उस घटना की तत्काल सूचना सभी उच्च अधिकारियों को भी दी गई है। नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ की रेंज अधिकारी चेतना कांडपाल की इस तरह की घटना घृणित अपराध की श्रेणी में एक सरकारी कर्मचारी को पत्थर से घायल करना।
लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट