फोटो – श्रृद्धान्जलि सभा में उपस्थित जन
अल्मोड़ा। देश की आजादी की लड़ाई में जिन रणबांकुरो ने अपनी शहादत दी और हमेशा संघर्षरत् रहे उनसे हमें प्रेरणा लेनी होगी यह बात जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आज शिखर सभागार में आयोजित स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी एवं वरिष्ठ पत्रकार स्व0 देवेन्द्र सनवाल की श्रद्वांजली शोक सभा में कही। उन्होंने कहा कि उनके निधन से जो अपूरणीय क्षति हुई है उसे भरा नहीं जा सकता है। उनके द्वारा हमेशा वर्तमान युवा पीढ़ी जो दिगभ्रमित हो रही है उसे प्रेरित्् करने के लिए अनेक लेखो के माध्यम से जागरूक किया गया ऐसे लेखो से हमें प्रेरणा लेनी होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि उनकी स्मृति में मेमोरियल लैक्चर सहित अन्य कार्य निबन्ध प्रतियोगिता आयोजित करायी जायेगी साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि जगह की उपलब्ध होने पर उनकी मूर्ति की भी स्थापना की जायेगी उस मूर्ति के पास देश के पूर्व महामहिम राष्ट्रपति द्वारा जो स्मृति चिन्ह दिये गये थे उसे भी लगाये जाने का प्रयास किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्व0 सनवाल हमेशा एक अनुशासित लोगो को अनुशासन में रहने की प्रेरणा देते थे जो हम सब के लिए अनुकरणीय है। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी विवेक राय ने उनके द्वारा लिखित पुस्तकों की समीक्षा करते हुए कहा कि स्व0 सनवाल ने पर्यावरण, नशाखोरी के लिए जो बाते वर्ष 1997 एवं 2001 में लिखी थी वह आज सही साबित हो रही है। उन्होंने स्व0 सनवाल जी के साथ अपने संस्मरणों को भी साझा किया। इस अवसर पर कैलाश पाण्डे, विपिन जोशी, केवल सती, धीरेन्द्र पाठक, चन्द्रमणि भटट, जे0सी0 दुर्गापाल, जी0सी0 जोशी, प्रो0 एस0एस0 पथनी, डा0 दिवा भटट, जीवन चन्द्र, मनोहर सिंह बृजवाल, अमरनाथ सिंह नेगी, राजेश बिष्ट, गिरीश मल्होत्रा, दीवान धपोला, डा0 आर0सी0 पंत, मनोज सनवाल सहित अनेक लोगो ने अपने विचार रखते हुए उनके संस्मरणों को साझा किया।
इस अवसर पर अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता गोविन्द लाल वर्मा ने कहा कि आज हमने एक संरक्षक को खोया है जिसकी भरपाई होना अब मुश्किल है। उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया के आदर्शों से प्रभावित होकर उन्होंने मुझे भी अपने साथ लेकर उनके विचारो को आगे बढ़ाने की सीख दी। इस कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवं सालम समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र रावत ने की। इस शोक सभा में डिप्टी कलैक्ट्रर अभय प्रताप सिंह, प्रकाश पाण्डे, मोहन सिह मेहरा, आनन्द सिंह बगड़वाल, पीताम्बर पाण्डे, सुरेश तिवारी, पूरन रौतेला, गोपाल सिंह मेहरा, शंकर दत्त पाण्डेय, लोकमणि भटट, बिशन सिंह बोरा, दीप सिंह बिष्ट, नवीन उपाध्याय, प्रमोद डालाकोटी, किशन जोशी, प्रमोद जोशी, निर्मल उप्रेती, शिवेन्द्र गोस्वामी, हेम चन्द्र रौतेला, अमरनाथ सिंह रावत, बंसत जीना, देवेन्द्र बिष्ट, विपिन भटट सहित कई पत्रकार , विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग उपस्थित थे।