हल्द्वानी। अपने कलम नाम एमकेएस बिष्ट के नाम से लोकप्रिय मानवेंद्र अपनी आकर्षक और प्रेरक कहानियों से साहित्य जगत में हलचल मचाते रहे हैं। सिर्फ एक युवा किशोर होने के बावजूद, एमकेएस बिष्ट ने पहले ही खुद को एक प्रतिभाशाली कहानीकार के रूप में स्थापित कर लिया है और सभी उम्र के पाठकों के बीच महत्वपूर्ण स्थान हासिल कर लिया है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में जन्मे और पले-बढ़े एमकेएस बिष्ट को हमेशा से लिखने का शौक रहा है। उन्होंने अपने आस-पास के लोगों और स्थानों से प्रेरणा लेते हुए कम उम्र में कहानियाँ लिखना शुरू कर दिया था। उनकी कहानियाँ अक्सर आशा, दृढ़ता और मानवीय अनुभव के विषयों की पड़ताल करती हैं, और दुनिया भर के पाठकों के साथ एक राग अलापती हैं।
इन वर्षों में, एमकेएस बिष्ट ने अपने शिल्प को तराशा है और एक अनूठी शैली विकसित की है जिसने उन्हें साथी लेखकों और पाठकों से समान रूप से प्रशंसा दिलाई है। उनके काम की प्रामाणिकता, रचनात्मकता और भावनात्मक गहराई के लिए प्रशंसा की गई है, और विभिन्न साहित्यिक पत्रिकाओं और ऑनलाइन प्लेटफार्मों में चित्रित किया गया है।
अपनी सफलता के बावजूद, एमकेएस बिष्ट अपने प्रशंसकों और साहित्यिक समुदाय के समर्थन के लिए विनम्र और आभारी हैं।
उनकी प्रतिभा के साथ, यह स्पष्ट है कि साहित्य जगत में एमकेएस बिष्ट का भविष्य उज्ज्वल है। आने वाले वर्षों में पाठक इस युवा और प्रतिभाशाली लेखक की कई और प्रेरक कहानियों की प्रतीक्षा कर सकते हैं।
उनकी कहानियाँ ऑनलाइन पढ़ें @ manvendra16.stck.me