थराली से हरेंद्र बिष्ट।
तो क्या भाजपा में थराली सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र में सब कुछ ठीक.ठाक हो गया हैं। मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा चुनाव कैंपेन के दौरान यहां पहुंचे तीन उम्मीदवारों के द्वारा मंच पर आने से तों कुछ यही संदेश आ रहा हैं। हालांकि अब भी पिंडर के पूर्व विधायक गोविंद लाल शाह के द्वारा अपने पत्ते नहीं खोलने के कारण कही ना कही असमंजस की सी स्थिति बनी हुई है।
14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों का प्रचार प्रसार भी अब गति पकड़ने लगा है। वही पार्टियों के द्वारा रूठो को मनाने की कोशिशों भी तेज हो गई हैं। कांग्रेस में तो पहले ही घोषित उम्मीदवार प्रो जीत राम के नामांकन के दौरान ओल इज वेल दिखाई दिया था। नामांकन के दौरान ही टिकट के दावेदार पूर्व जिला पंचायत सदस्य महेश शंकर त्रिकोटी, युवा नेता प्रताप राम एवं संदीप पटवाल पार्टी प्रत्याशी के साथ खड़े दिखाई दिए थे। किंतु भाजपा के घोषित उम्मीदवार भूपाल राम टम्टा के नामांकन के दौरान टिकट की दौड़ में सामिल अन्य दावेदार रूठे हुए दिख रहे थे।
सभी उम्मीदवारों ने नामांकन प्रक्रिया से दूरी बना ली थी। परंतु मंगलवार को टिकट की दौड़ में शामिल थराली की विधायक मुन्नी देवी शाह, प्रदेश मंत्री बलवीर घुनियाल, युवा नेता नरेंद्र भारती जिस तरह से प्रचार मंच पर सीएम के साथ खड़े दिखाई दिए तों माना जानें लगा हैं कि पार्टी हाईकमान ने रूठों को मनाने में सफलता हासिल कर ली है। हालांकि अभी भी पिंडर विधानसभा अब थराली विधानसभा क्षेत्र के दो बार के पूर्व विधायक जीएल शाह को लेकर स्थिति स्पष्ट नही हो पायी हैं।कि उनकी नाराजगी दूर हुई या नहीं जीएल शाह से संपर्क करने पर वे अभी भी अपने पत्ते खोलने को तैयार नही हैं। इधर भाजपा प्रत्याशी भूपाल राम टम्टा थराली की विधायक मुन्नी देवी शाह के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हैं। उनका दावा है कि उनके द्वारा किए गए कार्यों का लाभ इस चुनाव में भाजपा को मिलना तय है। अब भाजपाई मानने लगे हैं कि टिकट के दावेदारों के मान जाने के बाद उसका एक अच्छा संदेश पूरे क्षेत्र में जाएगा।












