गैरसैंण । मुख्यालय से 10 किमी दूरी पर मठकोट गांव में अज्ञात बीमारी से पांच लोगों की असामयिक मौत होने की सूचना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों के अनुपालन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा मठकोट गांव में अधीक्षक मणीभूषण पंत के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।
गौरतलब है कि पिछले दो माह के अंतराल में मठकोट गांव में अलग अलग स्वास्थ्य कारणों से पांच लोगों डुमली देवी 60 वर्ष, ज्वाला सिंह 52 वर्ष, पार्वती देवी 48, विमला देवी 45, मेहरवान सिंह 35, की असामयिक मौत होने और अधिकांश महिला पुरूष व बच्चों में सिरदर्द और बुखार की शिकायत होने से दहशत का जैसा माहौल बना हुआ है गांव के कुछ लोग श्रीनगर अस्पताल में
इलाज करवा रहे हैं। शनिवार को मठकोट गांव के रामसिंह 62, मथुरादेवी52, देवकी देवी 48, मंगलादेवी 35, अनीता 18 भी इलाज
कराने निजी वाहन से श्रीनगर गये हैैं।
मठकोट में शनिवार को लगे शिविर में पहुंचकर 100 से अधिक ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया और चित्सिक को अपनी तकलीफ बताई। परीक्षणोपरांत उनके उपचार हेतु दवा वितरित की गई।
डा0 मणीभूषण पंत के नेतृत्व में फार्मासिस्ट रघुबीर सिंह पंवार, आर बी एस के फार्मासिस्ट कमलेश नौटियाल, ए एन एम विमला आर्य, ब्लाक कार्डिनेटर शकुंतला पंवार, आशा कार्डिनेटर मीना चौहान, रोहित, विनाेद व सुमन जुयाल ने शिविर में सहयोग किया। समान्य चिकित्सीय संसाधन नांन कोंटेक्ट इंफ्रारेड थर्मामीटर, स्थालीन इनहेलर एड्रेसिंग हेतु वेक्टीग्राफ और दवाईयों के साथ पहुची टीम ने लोगों को स्वच्छ पेय जल और स्वयं तथा घर गांव में सफाई पर ध्यान देने की बात ग्रामीणों कही। सामुदायिक स्वा0 केंद्र गैरसैंण के अधीक्षक डा मणीभूषण पंत ने कहा कि उन्होंने सितंबर माह में दो शिविर मठकोट में लगाये थे उन्होंने लोगों से अपील की कि वह डरें और घबरायें नहीं किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संम्बधी परेशानी होने पर चिकित्सक को बतायें आवश्यकता पड़ने पर वह पुनः कैम्प लगवायेंगे।
शिविर में खुसाली देवी, सुरेंद्र सिंह, महेशी देवी, बसंती देवी, सोनम, संजना, बवीता, पिंकी, संजना कुशुम, राजेसिंह, आदि 100 से अधिक ग्रामीणों का परीक्षण कर दवाई वितरण की गई । अधिकांश लोगों नेसिरदर्द बुखार होना बताया । कलावती देवी 25 के शरीर में सूजन को देखते हुए उन्हें रैफर किया गया। इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता त्रिलोक सिंह, शेरी राम, गजे सिंह, गोबिंद सिंह, देव सिंह, जगदीश सिंह आदि तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।