
फोटो–
01- बर्फबारी थमने के बाद औली की ढलानों पर स्कीइंग के गुर सिखाते मुख्य स्कीइंग प्रशिक्षक किशोर डिमरी।
02- बदरीनाथ रोड से बर्फ हटाता बीआरओ का डोजर।
वीडियो- बदरीनाथ रोड मे हिमशिखरों का चीरकर मार्ग बनाते बीआरओ की मशाीने ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। औली फिर हुई बर्फ से लबालब। ताजे हिमपात के बाद पूरे सीमावर्ती क्षेत्र में कडाके की ठंड। नीती-माणा घाटियाॅ एक बार फिर बर्फ से पटी। बीआरओ द्वारा बदरीनाथ तक सडक खोलने की कवायद के बाद पुनः बर्फबारी हो जाने से नए सिरे से सडक से बर्फ हटाने में जूझना पड रहा है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान एकदम सच साबित हो रहा है। पूर्वानुमान के अनुसार 28 व 29जनवरी को बर्फबारी की सूचना के बाद सीमांवर्ती क्षेत्र जोशीमठ के ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे बीती सांय से ही बर्फबारी हो रही थी। लेकिन 29जनवरी को सुबह निचले इलाको मे हल्की बारीश के बाद बर्फ की फुआरे गिरनी शुरू हो गई। निचले इलाको मे दोपहर बारह बजे से अपरान्ह तीन बजे तक बर्फबारी के बाद बर्फ गिरने का सिलसिला थम तो गया था। लेकिन मौसम एकदम पैक है और कडाके की ठंड जारी हैं।
विश्व हिमक्रीडा केन्द्र औली की विश्वस्तरीय खूबसूरत स्कीइंग ढलाने एक बार फिर बर्फ से लकदक हो गई है। औली मे यूॅ तो इस वर्ष प्रकृति खूब मेहरबान है। बीती 12/13दिसबंर से अब तक औली मे कई बार जोरदार हिमपात हो चुका है। औली पंहुचने वाले पर्यटको को भी इस बार न केवल बर्फ मे फिसलने का अवसर मिल रहा है ब्लकि पर्यटक हिमपात होते हुए भी देख रहे है। और बर्फबारी के बीच खूब मस्ती कर रहे है। औली मे आगामी सात फरवरी से राष्ट्रीय स्तर की स्कींइग प्रतियोगिताओ का आयेाजन प्रस्तावित हैं। लगातार बर्फबारी से औली की ढलाने स्कीइंग चैपियनशिप के लिए एकदम तैयार है।
इधर बीआरओ नीती-माणा की सडक को खोलने की जिददोजहद पर लगा है। बीआरओ की मशीने बीती 12/13दिसबंर की बर्फबारी के बाद से बदरीनाथ व मलारी तक की सडको को खोलने मे जुटी है। लेकिन जैसे ही बीआरओ बदरीनाथ व मलारी तक बर्फ हटाकर रोड साफ कर रहा है वैसे ही पुन बर्फबारी हो रही है और सडक फिर बर्फ से लकदक हो रही है। ऐसे मे बीआरओ को भी दोनो बार्डर की सडक का दुरस्त रखने की चुनौती हैं जिसे बीआरओ पूरी सिद्धत के साथ दिन-रात बर्फ हटाने मे जुटा है। ताजे हिमपात के बाद भी जैसे ही बर्फबारी का सिलसिला थमा बीआरओ की मशीनो ने बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया है।
अब श्री बदरीनाथ के कपाट खुलने की तिथि 30अप्रैल घोषित हो गई है। कपाटोदघाटन से एक माह पूर्व से ही वहाॅ ब्यवस्थाओ को लेकर मंदिर कर्मचारियों व अन्य विभागो की आवाजाही शुरू हो जाती है। ऐसे मे बीआरओ को बदरीनाथ तक की सडक को कपाटोदघाटन से एक माह पूर्व ही आवाजाही के लिए तैयार करना होता हैं। जिसे वो पूर्व वर्षो मे भी करता रहा है।












