डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा चल रही है. श्रद्धालुओं को ठगी से बचाने के लिए पुलिस-प्रशासन उन्हें लगातार जागरूक कर रहा है लेकिन फिर भी श्रद्धालु ठगी का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामला केदारनाथ धाम की हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर ठगी से जुड़ा है. आंध्र प्रदेश के श्रद्धालुओं के साथ हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर ठगी हुई है. उन्होंने एक ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से चारधाम यात्रा के लिए बुकिंग की थी. यात्रा पैकेज में केदारनाथ धाम का हेलीकॉप्टर टिकट भी शामिल था लेकिन जब वे यहां पहुंचे, तो उनसे टिकट के लिए अतिरिक्त पैसे मांगे गए. ये रकम देने के बाद भी उन्हें हेलीकॉप्टर का टिकट नहीं मिला. रुद्रप्रयाग पुलिस ने श्रद्धालुओं की शिकायत पर केस दर्ज किया है. मामले की जांच जारी है.पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, केदारनाथ यात्रा पर आए आंध्र प्रदेश के रहने वाले पेंटा रत्नाकर ने गुप्तकाशी थाना पुलिस को लिखित में शिकायत दी. उन्होंने बताया कि वह अपने ग्रुप के साथ चारधाम यात्रा पर आए हुए थे. उन्होंने दिल्ली की एक ट्रैवल एजेंसी जिसका नाम सहारा टूर एंड ट्रैवल्स है, के माध्यम से चारधाम यात्रा पैकेज बुक कराया था. इसमें केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर से यात्रा शामिल थी. पैकेज के तहत 15 हजार रुपये प्रति व्यक्ति टिकट का भुगतान किया गया था.रत्नाकर ने बताया कि जब वे गंगोत्री धाम के दर्शन के बाद गुप्तकाशी पहुंचे, तो ट्रैवल एजेंसी से जुड़े लोगों ने उनसे केदारनाथ धाम के हेलीकॉप्टर टिकट के लिए अतिरिक्त 30 हजार रुपये प्रति व्यक्ति की मांग की. मजबूरी में उन्होंने यह रकम भी दे दी. जब अगली सुबह वे लोग केदारनाथ जाने के लिए तैयार हुए, तो उन्हें हेलीकॉप्टर का कोई भी टिकट नहीं दिया गया. एजेंसी के लोग मौके पर नहीं थे और अब उन्होंने उनका फोन उठाना भी बंद कर दिया था. जिसके बाद वे लोग पुलिस के पास पहुंचे और ठगी की सूचना दी. केदारनाथ हेली सेवा टिकट बुकिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा न हो सके, इसके लिए उत्तराखंड एसटीएफ ने साइबर थाने में टीम का गठन किया है. यह टीम सोशल मीडिया पर निगरानी रखेगी. साथ ही श्रद्धालुओं को जागरूक करेगी, ताकि वो किसी भी तरह के फ्रॉड का शिकार न हों. इसके साथ ही पुलिस टीम ने केदारनाथ हेली सेवा और उत्तराखंड चारधाम के नाम पर चल रही फर्जी वेबसाइट बंद कराने के निर्देश दिए हैं.बता दें कि हर साल केदारनाथ हेली सेवाओं के नाम पर देशभर के लोगों से ठगी की जाती है. साइबर ठग हेली सेवा बुक करने के नाम पर प्रति व्यक्ति हजारों रुपए लेकर फर्जी टिकट भेज देते हैं. साल 2023 में 40 से ज्यादा मुकदमे प्रदेश के अलग-अलग थानों में दर्ज हुए थे. जून 2024 तक ही 85 फर्जी वेबसाइट को बंद कराया था और 45 फर्जी फेसबुक पेज भी बंद कराए गए थे. इन पर हेली सेवाओं को बुक करने संबधी विज्ञापन दिखाए गए थे. उत्तराखंड के चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम की यात्रा करने जाते हैं। उनमें से बड़ी संख्या में लोग हेलीकॉप्टर से यात्रा पूरी करते हैं। इसके लिए ऑनलाइन टिकट बुक करते हैं। ऑनलाइन टिकट बुकिंग के नाम पर ठगी भी होती है। इससे लोगों का पैसा जाता है साथ ही यात्रा करने की मंशा भी अधूरी रह जाती है। या फिर तत्काल में कई गुना अधिक किराया देकर टिकट कराकर यात्रा करनी पड़ती है।बीते दिन जब वो गंगोत्री से गुप्तकाशी पहुंचे तो उनसे संबंधित ट्रैवल एजेंसी संचालकों ने गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर टिकट दिलाने के नाम पर 30 हजार रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से अतिरिक्त डिमांड की. जिस पर उन्होंने अलग-अलग फोन पे अकाउंट पर टिकट के लिए रकम भेजी. वहीं, सोमवार यानी आज सुबह जब सभी लोग केदारनाथ धाम जाने के लिए तैयार हुए तो कोई भी हेलीकॉप्टर टिकट उपलब्ध नहीं कराया गया. शिकायतकर्ता ने बताया कि हरिद्वार से केदारनाथ जाने-आने के लिए हेलीकॉप्टर का टिकट बुक कराने के लिए फेसबुक पर ऐड आया था। उसमें एक मोबाइल नंबर मिला। जिस पर कॉल कर हेलीकॉप्टर टिकट बुक कराने के लिए चर्चा की। इसके बाद उस नंबर के व्यक्ति ने मुझसे लगातार मोबाइल और वाट्सऐप मैसेज से बातचीत कर हेलीकॉप्टर का टिकट बुक करने का भरोसा दिलाकर 121050 रुपए बैंक खाता पर जमा कराए और नहीं भेजा था। श्री केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर टिकटों की बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में सात हजार से अधिक टिकट बुक हो गए। इसके बाद आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर टिकट विंडो बंद हो गई। लोगों ने आश्चर्य जताया कि आखिर इतनी जल्दी सारी सीटें भर कैसे गईं? क्या यह बाबा के भक्तों की भारी भीड़ थी, या फिर कहीं कोई गड़बड़ी?। *लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं।लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।*