रिपोर्ट – सत्यपाल नेगी
रूद्रप्रयाग : कहते है कि शराब समाज में फैलती जा रही एक बुराई है ,हर कोई अपने परिवार को शराब के नशे से दूर रहने की सलाह भी देते है,वों भी देवभूमि उत्तराखंड में समय समय पर शराब के बढ़ते प्रचलन को बंद कराने को लेकर आवाजे भी उठती रहती है, मगर इसका असर जमीन पर कम होता नहीं दिख रहा है। आपको बताते चले कि जनपद रुद्रप्रयाग के विकास खण्ड जखोली में बीते दिनों हिन्दू नव वर्ष के दिन लस्या पट्टी की 40 से अधिक गाँवों की महिला मंगल दलों/कीर्तन मण्डलीयो की महिला टीमों ने “टीम पिन्टू भाई” का सदस्य बनकर शादी विवाह,सहित अन्य कार्यों में शराब की सार्वजनिक नुमाइश ना लगाने की शपत के साथ संकल्प लिया था। आपको यह भी बता दे कि 31 मार्च को जखोली की शिक्षिका सुशीला मेवाड़ ने सेवानिवृत होने पर ख़ुशी में दिये भोज में सार्वजनिक शराब की नुमाइश ना लगाने का बड़ा उदाहरण भी सार्थक कर दिखाया ओर आने वाले समय में लोगों को भी मिसाल पेश करने की प्रेरणा दीं है।
वहीं जखोली गाँव निवासी ओमकारानन्द इण्टर मीडिएट कॉलेज में शिक्षिका सुशीला मेवाड़ ने शराब की सार्वजनिक नुमाइश ना लगाने का संकल्प लिया, ओर प्रथम सत्याग्रही बनकर अनुकरणीय मिशाल पेश करते हुए अपनी सेवानिवृत्ति होने पर गॉंव में रखे गये सामुहिक भोज में आये मेहमानो को नहीं परोसने दीं शराब।उन्होंने शराब के बदले स्थानीय उत्पादों बुरांश,ऑवले के जूश पिलाकर सराहनीय पहल की शुरुआत भी कर दिखाई।
जखोली के युवा नेता समाज सेवी एंव क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेंद्र सिंह भण्डारी(पिंटू भाई) ने देवभूमि उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग से नई मिसाल “शराब की सार्वजनिक नुमाइश” पर रोक लगाने की अलख जगाई है.भूपेंद्र भण्डारी का कहना है कि आखिर इस संकल्प की शुरुआत के लिये जखोली गॉंव को ही क्यों चुना.?
जानिये… यह अदभुत संयोग है कि जखोली गॉंव की सीमा के चारो दिशाओ में स्वयं माँ सरस्वती के भव्य मन्दिर- राजकीय महाविद्यालय जखोली,प्रसिद्ध व प्राचीन राजकीय इण्टर कॉलेज रामाश्रम,राजकीय पॉलिटेक्निक जखोली,व नागेन्द्र इण्टर कॉलेज स्थित हैं।जहाँ शिक्षा के सबसे बडे ज्ञान रूपी मन्दिर हो,वहाँ शराब जैसी बुरी चीज कैसे सार्वजनिक परोसी जा सकती है।
यह भी अदभुत संयोग है कि प्रथम सत्याग्रही बनी शिक्षिका सुशीला मेवाड़ इसी गांव की निवासी हैं,महिला होने के साथ ही एक शिक्षिका भी हैं,आपके स्व०पति जयेन्द्र मेवाड़ भी प्रधानाचार्य थे।आपकी दोनों बेटियाँ भी शिक्षिका हैं।माँ सरस्वती की असीम कृपा भी इस गाँव पर है।कई उच्च अधिकारियों/शिक्षकों,सैन्य अधिकारियों सहित प्रधानचार्य क्रमशःधूम सिंह चौहान,बिजेन्द्र सिंह नेगी,सुनीता नेगी,शैलेश मटियानी पुरस्कार से सम्मान शिक्षक शिव सिंह रावत,स्व०जयेन्द्र मेवाड़ व गब्बर लाल भी इसी गाँव से हैं।संभागीय परिवहन अधिकारी कवि हृदय अनिल नेगी भी इसी गाँव से हैं। युवा नेता भूपेंद्र भण्डारी कहते है कि यह मेरा भी सौभाग्य है कि अदनी से राजनैतिक हैसियत लिये मैं भी इस गॉंव का प्रतिनिधित्व कर रहा हूँ। हमारा प्रयास..आज सामाज में शराब का प्रचलन चाहे वह स्टैटस सिम्बल के रूप में हो या आदतन हो बहुत व्यापक स्तर पर हो गया है।समूल नष्ट करने की बात करना जल्दबाजी व बेमानी होगी।मगर टीम पिन्टू भाई का सविनय प्रयास है कि “शराब एक सामाजिक बुराई है,इस बुराई की किसी भी मांगलिक व शुभ अवसर पर सार्वजनिक नुमाइश न की जाय”, सर्वप्रथम शुरआत टीम पिन्टू भाई की सदस्य 40 कीर्तन मण्डली से जुड़ी 500 सत्याग्रही बहिनों द्वारा स्वयं से की जायेगी। वहीं इस विशेष अभियान में प्रथम सत्याग्रही बनी शिक्षिका सुशीला मेवाड़ द्वारा सभी उपस्थित अथितियों को माँ सरस्वती की प्रतिमा भेंट की गयी।ओर सभी से अनुरोध किया गया कि अपने अपने घरो,गांवो,रिस्तेदारो को भी इस देवभूमि मे शराब की सार्वजनिक नुमाइश से दूरी बनाये रखने के लिए प्रेरित करे।
इस अवसर पर “टीम पिन्टू भाई” के संरक्षक रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी द्वारा प्रथम सत्याग्रही बनी सेवानिवृत्त शिक्षिका सुशीला मेवाड़ को दुर्गा की उपाधि देते हुए माँ दुर्गा की प्रतिमा भेंट की गई। इस अवसर पर टिहरी जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण,रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी,देवप्रयाग विधायक विनोद कण्डारी,जखोली ब्लॉक प्रमुख प्रदीप प्रसाद थपलियाल,पूर्व ब्लॉक प्रमुख व प्रोफेसर गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय डॉ०महावीर नेगी, विद्यालय प्रधानाचार्य अमिता नेगी,महिला मंगल दल जखोली,टीम पतञ्जलि सहित क्षेत्र के सभी गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।












