*चमोली के बेडूबगड़ में दो दिवसीय जनजातीय समागम कार्यक्रम का आज होगा समापन*
वेडूवगड़ चमोली। जनपद के बेडूबगड़ में पहला दो दिवसीय जनजातीय समागम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें सीमांत क्षेत्र नीती माणा के साथ जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों से हजारों की संख्या में जनजाति के लोग पहुंचे।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनजाति के लोगों को एकजुट करते हुए उनके हकाकूकों की लड़ाई को मजबूत करना और संस्कृति एवं सभ्यता का संरक्षण करना है। जनजाति के लोगों ने पौणा नृत्य पर भी चर्चा की, जिसमें सभी लोगों ने फैसला लिया कि अब से जनजाति के लोग सार्वजनिक मंचों व नेताओं के आगे पौणानृत्य नहीं करेंगे। जिनको पौणा नृत्य करवाना होगा तो वो सिस्टम के तहत ही होगा। इस कार्यक्रम में जनजाति की महिलाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित अन्य प्रस्तुतियां दीं। लोक गायक किशन महिपाल ने अपने गीतों के माध्यम से लोगों को एकजुटता का संदेश दिया।
वहीं जनजाति के लोगों द्वारा शीतकालीन प्रवासियों को भूमि नाम करने की मांग उठाई गई। उन्होंने बताया कि यदि प्रशासन शीतकालीन प्रवासियों को भूमि उनके नाम नहीं करती है तो शीतकालीन प्रवास के ग्रामीण उग्र आंदोलन भी करेंगे।
शीतकालीन प्रवासों के लिए मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2022 में घोषणा हो चुकी है। बावजूद अभी तक शीतकालीन प्रवासीय ग्रामीणों की भूमि उनके नाम दर्ज नहीं हुई है, जिसका जनजाति के लोगों ने भारी विरोध किया है।जनजातीय समागम कार्यक्रम में शीतकालीन प्रवासियों की भूमि के नामकरण की मांग को प्रमुखता से उठाया गया। इस मुद्दे पर जनजाति के लोगों ने एकजुटता दिखायी और प्रशासन से जल्द निर्णय लेने की मांग की गयी