

प्रकाश कपरवाण
जोशीमठ। थल सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत भारत-चीन सीमा से सटे मलारी गांव पहुंचे। वहां उन्होंने सीमा पर दूसरी रक्षा पंक्ति कही जाने वाली स्थानी जनता से मुलाकात की। उन्होंने ग्रामीणों को दीपावली की शुभकानाएं दी और उनकी समस्याएं भी सुनी। जनरल रावत ने मलारी में वृहद पौधरोपण का भी शुभारंभ किया।
थल सेनाध्यक्ष अपने निर्धारित कार्यक्रम के तहत नीति पास बार्डर से सटे मलारी पहुंचे। यहां से सेना के जवानों के साथ ही ग्रामीणों से भी मिले। जनरल रावत ने जवानों तथा ग्रामीणों को दीपावली की शुभकामनाएं दी और उनकी समस्याओं को भी जाना। उन्होंने मलारी में ही थल सेना की ईको बटालियन द्वारा रोपे जाने वाले 50 हजार पौधों के अभियान का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने पौधा भी रोपा।
सेना के जवान और सीमांत क्षेत्र के ग्रामीण अपने बीच थल सेनाध्यक्ष को पाकर बेहद खुश नजर आ रहे थे। मलारी के गोपाल सिंह के अनुसार ग्रामीणों ने थलसेनाध्यक्ष से विस्तार से बातचीत की और विभिन्न समस्याओं के बारे में बताया। पूर्व सैनिक लीग के कोआर्डिनेटर भागवत प्रसाद थपलियाल ने पूर्व सैनिकों से संबंधित समस्याएं बताई।
सीमांत गांव मलारी पहुंचने पर ग्रामीणों, पूर्व सैनिकों ने जनरल रावत का भव्य स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय कमांड के जीसीओ ले.जनरल आईएस घुम्मन, यूपी एरिया के जीओसी ले.जनरल सीपी मोहंती, मेजर जनरल डीए चतुर्वेदी, नौ स्वतंत्र पर्वतीय ब्रिगेड के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर एके पुंडीर, 127 ईको बटालियन के कमांडिंग आफिसर कर्नल वैध, पूर्व सैनिक कोआर्डिनेटर भागवत थपलियाल, पूर्व कैप्टन कुशाल सिंह, पूर्व प्रधान बचन सिंह राणा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।