कलम क्रांति साहित्यिक मंच गोपेश्वर की प्रगतिशील लेखक रोशनी पोखरियाल की दूसरी पुस्तक ‘जीवन की पगडंडिया’ का विमोचन किया गया।
नगर पालिका सभागार गोपेश्वर में रविवार को आयोजित समारोह में रोशनी पोखरियाल के कहानी संग्रह का विमोचन करते हुए मुख्य अतिथि लखनऊ के वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार छंद सम्राट अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि रोशनी के कहानी संग्रह पहाड़ की पगडंडिया में पहाड़ की विभिन्न अनुकूल एवं प्रतिकूल परिस्थितियों पर आधारित कहानियां लिखी गई हैं।
कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार डॉ भगत सिंह राणा हिमाद ने कहा कि रोशनी पोखरियाल का कहानी संग्रह अट्ठत्तर कहानियों से भरा संकलन है जिसमें पहाड़ की व्यथा, कथा, बेटी, बहू, युवा, बेरोजगार, सैनिक एवं गृहणियों के जीवन संघर्ष से जुड़ी हुई कहानियां हैं।
कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथि पूर्व अधिशासी अधिकारी शांतिप्रसाद भट्ट ने कहा कि शिक्षा, खेलकूद एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ साथ गोपेश्वर की धरती साहित्य सृजन में भी विशेष पहचान बना रही है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार डॉ शशि देवली ने कहा कि कलमक्रांति साहित्यिक मंच के लेखक निरंतर नई पुस्तकों को प्रकाशित करवा रहे हैं जो नवोदित लेखकों के लिए प्रेरणा का काम करेगा।
डॉ चरण सिंह केदारखंडी द्वारा लिखित पुस्तक समीक्षा का वाचन करते हुए दीपक सती ने कहा कि रोशनी पोखरियाल की कहानी संग्रह पहाड़ी जीवन के संघर्ष पर आधारित कहानियां से ओतप्रोत है।
कार्यक्रम में कलम क्रांति के साहित्यकार ज्योति बिष्ट, दीपक सती, गीता मैंदुली, संगीता बहुगुणा, सन्नू नेगी, दीपलता झींकवान, आशा नेगी पंवार, , हिमांशु थपलियाल, प्रदीप मलासी, पूनम तिवाड़ी, राजा तिवाड़ी, आदि को मंच की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
लेखिका रोशनी पोखरियाल ने समस्त अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जीवन में योग्य गुरु के मार्गदर्शन में निरंतर प्रयास नई ऊंचाईयों को छुआ जा सकता है।
इस अवसर पर पूर्व प्रधानाचार्य सीएम पंवार, बबिता, नीलम मलासी आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन कलम क्रांति मंच के सचिव प्रो० दर्शन सिंह नेगी ने किया।