फोटो– सिद्धपीठ श्री नवदुर्गा मंदिर जोशीमठ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। नवरात्रि पर्व पर सिद्ध देवी पीठों पर लगा रहा भक्तांे का ताॅता।
चैत्र नवरात्रि पर अष्टमी व नवमी तिथि एक ही दिन पडने से शनिवार को सीमांत प्रख्ंाड के विभिन्न सिद्धपीठों मे श्रद्धालुओं का ताॅता लगा रहा। जोशीमठ नगर मे स्थित पौराणिक नव दुर्गा सिद्धपीठ मे सुबह से ही देवी भक्तो का हुजुम उमडना शुरू हुआ। जो दोपहर की भोग-पूजा तक जारी रहा। नवरात्रि पर्व पर विशेष रूप से ’’भरपूजा’’ के नाम से पूजाएॅ होती है। वर्ष मे दोनो नवरात्रि पर स्थानीय ग्रामीण माॅ दुर्गा के निमित्त भोग चढाते है इस भोग के लिए सवा किलो चावल,व अन्य प्रसाद सामग्री देते है। इन चावलों का भोग पकाया जाता है और वही भोग माॅ दुर्गा को चढाया जाता है। इस भोग प्रसाद को प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु भोग-पूजा तक मंदिर मे डटे रहते है।
अष्टमी पर्व पर देव पुजाई समिति जोशीमठ द्वारा कालरात्रि पूजन व अष्टमी पूजन किया गया। इस दौरान नवदुर्गा के पश्वा-अवतारी पुरूष ने अवतार लेकर लोगो को शुभाशीष दिया। अष्टमी पर्व पर ही दुर्गा के खडक-तलवार की पूजा भी की गई।
इस दौरान देव पुजाई समिति के अध्यक्ष/श्री बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन च्रंद्र उनियाल, सचिव उमेश सती, कोषाध्यक्ष विजय डिमरी,,पूर्व अध्यक्ष गोंिवद प्रसाद भटट, भगवती प्रसाद नंबूरी,, मठ भंडार के वारीदार सरजीज ंिसंह राणा व देवन्द्र बल्लभ सकलानी, पीठ पुरोहित पंडित हितेश सती,, दुर्गा मंदिर के पुजारी रघुनंदन प्रसाद डिमरी, व हनुमान प्रसाद डिमरी सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद थे।
गौरतलब है कि बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्रि पर श्रीमद देवी भागवत कथा-प्रवचन का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी प्रतिदिन श्री बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन च्रद उनियाल द्वारा श्रीमदभागवत कथा प्रवचन किए जाते है। जिसमे पूरे नगर क्षेत्र के श्रद्धालु बडी संख्या मे पंहुचते है।
इधर जोशीमठ विकास ख्ंाड के दो अन्य शक्ति पीठ सिद्ध पीठ लाता नंदा देवी व पर्णखंडेश्वरी मंदिर पैनगढी मे भी नवरात्रि के अष्टमी व नवमी पर्व पर विशेष पूजाओ का आयोजन किया गया। जोशीमठ नगर के पूर्णागिरी मंदिर ज्योर्तिमठ, चंडिक मंदिर रविग्राम, नंदा मंदिर परसारी सहित अनेक देवी मंदिरो मे पूरे दिन देवी पाठ व पूजन होते रहे।