थराली से हरेंद्र बिष्ट।
जंगलों को दवानल से बचाने के तहत बीते शुक्रवार से नारायणबगड़ से शुरू की गई यात्रा सोमवार को ब्लाक मुख्यालय थराली पहुंची। जहां पर यात्रा का समापन किया गया। इस मौके पर नगर पंचायत सभागार में एक बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें दवानल के फैलने, इसे रोके जाने एवं नुकसान को कम.से.कम करने के प्रयासों पर गंभीर चर्चा की गई।

सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र के साथ ही पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले उसके सहयोगी संगठनों की ओर से जंगलों को दवानल से बचाने के लिए चलाई जा रही चार दिवसीय जन.जागरूकता पद यात्रा का आज थराली में विधिवत समापन हो गया है। इस पूर्व यात्रा के यहां पहुंचने पर उसका भव्य स्वागत किया गया। समापन मौके पर नगर पंचायत सभागार थराली में बद्रीनाथ वन प्रभाग गोपेश्वर के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश दुबे एवं नगर पंचायत थराली की अध्यक्षा दीपा भारती की संयुक्त अध्यक्षता में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे ने कहा कि वन हमारे सुरक्षित जीवन के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं। बिना इसके मानव सहित अन्य जीव जंतुओं का जीवन संभव ही नही है। अगर वन नष्ट हो जाते हैं तों जीवन भी समाप्त हो जाएगा।कहा कि वन विभाग एवं सरकार प्रति वर्ष वनों को दवानल से बचाने के लिए अपनी ओर से हर संभव प्रयास करती हैं। किंतु इन प्रयासों को तब झटका लगना शुरू हो जाता हैं जब इसमें स्थानीय लोगों का सहयोग नही मिल पाता हैं। उन्होंने कहा कि बीना स्थानी ग्रामीणों के सहयोग के जंगलों को दवानल से नही बचाया जा सकता हैं। उन्होंने जनता से जंगलों को आग से बचाने के लिए आगे आने की अपील की।
इस मौके पर थराली की नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा भारती ने साल दर साल जंगलों में दवानल के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए इसे रोकने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की बात पर बल दिया।इस अवसर पर मध्य पिंडर रेंज थराली के वन क्षेत्राधिकारी हरीश थपलियालए अलकनंदा भूमि संरक्षण के वन क्षेत्राधिकारी रवींद्र निरालाए जागो हिमालयन समिति के निदेशक रमेश थपलियाल ने कहा कि 95 फीसदी से अधिक दवानल के मामले मानवीय भूलों एवं अज्ञाता के कारण होती हैं जिन्हें जनचेतना के बलबूते रोका जा सकता हैं।इस अवसर पर वृक्ष मित्र हरीश सोनी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए वृहद रूप से वृक्षारोपण किए जाने के साथ ही जंगलों को दवानल से बचने के लिए आम जनता को जागरूक करने पर बल दिया। इस मौके पर वन पंचायत संगठन के प्रदेश संयोजक गोविंद सोनी ने कहा कि वन पंचायत को पूरा अधिकार दिए जाने की आवश्यकता है, जिससे वन पंचायतें अपने आस.पास के वन क्षेत्रों को भी दवानल से सुरक्षित रख सके।
इस मौके पर पूर्व जिपंस गोदांबरी रावत वन पंचायत सरपंच महिपाल सिंह रावतए राजेन्द्र रावत ने महिलाओं को वनों के प्रति अधिक से अधिक जागरूक करने के साथ ही उन्हें आग बुझाने की वैधानिकता तकनीकी की जानकारी देने की आवश्यकता पर जोर दिया।इस अवसर पर सीपी भट्ट पर्यावरण के पद यात्री विनय सेमवाल एवं मंगला कोठियाल ने पद यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि आज अधिकांश लोग जंगलों में लगने वाली आग के प्रति काफी चिंतित हैं। किंतु उन्हें जंगलों में फैलने वाली दवानल को रोकने के लिए किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी देना बेहद जरूरी हैं। ताकि समय आने पर वें उस तकनीक का प्रयोग कर दवानल पर नियंत्रण कर सकें।












